Investors Richer By Rs 72 lakh Crores in 2021: शेयर बाजार और उसके निवेशकों के लिए 2021 बेहद शानदार रहा है. पहली बार मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स ने 50,000 के रिकॉर्ड आंकड़े को पार किया और 60,000 के पार भी जा पहुंचा. 18 अक्टूबर को सेंसेक्स ने 61,765 अंकों के उच्चतम स्तर को छूआ था. शेयर बाजार की इस तेजी में निवेशकों की बल्ले बल्ले हो गई. जबकि कोरोना वायरस की दूसरी लहर से भी इस साल बाजार का सामना हुआ है.
72 लाख करोड़ बढ़ी निवेशकों की संपत्ति
2021 में शेयर बाजार में आई जबरदस्त तेजी के चलते निवेशकों की संपत्ति में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. 2021 में भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों की संपत्ति में 72 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. शेयर बाजार में लिस्टेड सभी कंपनियों के मार्केट वैल्यू को जोड़ दें तो ये 260 लाख करोड़ रुपये के करीब जा पहुंचा है. कोरोना के दूसरी लहर और ओमीक्रोन के खतरे के बावजूद सेंसेक्स ने 20 फीसदी का रिटर्न दिया है.
रिकॉर्ड नए डिमैट अकाउंट खुले
दरअसल बाजार में मौजूद जबरदस्त नगदी की चलते शेयर बाजार में तेजी की वजह है वहीं कोरोना काल में शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों की तादाद भी जबरदस्त बढ़ी है. रिकॉ़र्ड संख्या में नए डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट खुले हैं. 2019-20 में डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट की संख्या केवल 4.09 करोड़ थी जो 2020-21 में बढ़कर 5.51 करोड़ और 31 अक्टूबर 2021 तक 7.38 करोड़ तक जा पहुंची है.
विदेशी निवेशकों के बिकवाली से बाजार बेअसर
वैश्विक आर्थिक चिंताओं के कारण विदेशी निवेशक बिकवाली कर रहे हैं जबकि घरेलू संस्थागत लगातार खरीदारी कर रहे हैं जिसके चलते निवेश निकलने के बावजूद बाजार में कोई बड़ी गिरावट देखने को नहीं मिली है. म्यूचुअल फंड के जरिए बाजार में निवेश 1 लाख करोड़ रुपये के पार जा पहुंचा है.
रिकॉर्ड आईपीओ 2021 में
आईपीओ लाने वाली कंपनियों के लिए भी ये साल यादगार रहा है. 60 से ज्यादा आईपीओ के जरिए कंपनियों ने बाजार से 1.18 लाख करोड़ रुपये जुटाये हैं. बीते तीन सालों को मिला दें तो इस साल ज्यादा कंपनियां आईपीओ लेकर आईं और ज्यादा पैसे भी बाजार से जुटाये. सवाल यही है कि बाजार में ये तेजी कब तक बनी रहेगी. लेकिन कई जानकार 2022 के आखिर तक सेंसेक्स के 70,000 के छूने की भी भविष्यवाणी कर रहे हैं.