Investors Wealth Loss: अक्टूबर महीने का पहला ट्रेडिंग सेशन ही शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बेहद निराश करने वाला रहा है. शेयर बाजार में बारी गिरावट के चलते निवेशकों की संपत्ति 4.50 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा कम हो गई. रुपये में डॉलर के मुकाबले बढडती कमजोरी और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते बाजार में मायूसी है. 


शेयर बाजार में मुनाफावसूली के चलते निवेशकों की संपत्ति में 4.50 लाख करोड़ रुपये की कमी आ गई. सेंसेक्स में 750 अंकों की गिरावट देखने को मिली थी. हालांकि बाजार बंद होते समय सेंसेक्स 638 अंक गिरकर तो निफ्टी 207 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ. वहीं बीएसई पर लिस्टेड शेयरों का मार्केट कैप घटकर 268.26 लाख करोड़ रुपये पर आ गया. आइए आपको बताते हैं क्यों सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई. 


ग्लोबल मार्केट में गिरावट 
दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट के चलते भारतीय बाजार में गिरावट देखने को मिली एशियाई बाजार भी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे. 


Credit Suisse संकट
स्विस बैंक Credit Suisse पर क्रेडिट डिफॉल्ट का खतरा बढ़ता जा रहा है. बाजार में 27 अक्टूबर, 2022 को Credit Suisse के रिस्ट्रक्चरिंग प्लान के घोषणा के कयास लगाये जा रहे हैं. Credit Suisse के शेयर में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. जिसका असर दुनियाभर के बाजारों पर है. 


विदेशी निवेशकों की बिकवाली
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरें बढ़ाने के बाद से ही विदेशी निवेशक बिकवाली कर रहे हैं. शुक्रवार 30 सितंबर को विदेशी निवेशकों ने 1500 करोड़ रुपये के शेयर बेच डाले. सितंबर में विदेशी निवेशकों ने 7,624 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचे हैं. 


रुपये में कमजोरी
डॉलर की मांग के चलते रुपये पर दवाब देखा जा रहा है. एक डॉलर के मुकाबले रुपया 0.67 फीसदी गिरकर 81.89 पर ट्रेड कर रहा है. तेल कंपनियों की तरफ से डॉलर की मांग बढ़ी है जिसके चलते रुपये पर दवाब देखा जा रहा है. 









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