नई दिल्लीः कोरोना वायरस की दहशत के चलते भारतीय बाजार आज भी गिरावट के शिकंजे से बाहर नहीं निकल पाए और स्टॉक मार्केट की शुरुआत बेहद तेज गिरावट के साथ हुई. कोरोना वायरस के असर से दुनिया भर के बाजार बेतहाशा गिर रहे हैं. अमेरिकी बाजारों में पिछले सात कारोबारी सत्रों में चार बार लोअर सर्किट लग चुका है और घरेलू बाजार के लिए भी ऐसे ही संकेतों के चलते बाजार की शुरुआत लाल निशान के साथ हुई.


कैसे खुला बाजार
आज के कारोबार की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई और बीएसई के 30 शेयरों वाले इंडेक्स सेंसेक्स में शुरुआत में ही 1800 अंकों की गिरावट दिखी और एनएसई का 30 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी 550 अंकों की गिरावट के साथ  कारोबार कर रहा है. कारोबार खुलने के 10 मिनट के भीतर ही सेंसेक्स 1809.08 अंक नीचे 27,060.43 पर पहुंच गया था. निफ्टी 630.80 अंक नीचे 7865.10 पर जा गिरा था.


प्री-ओपन में बाजार
घरेलू बाजार में प्री-ओपन सेशन में बाजार में भारी कमजोरी रही और सेंसेक्स में 150 अंकों से ज्यादा और निफ्टी में 450 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही थी. प्री-ओपन संकेतों से साफ था कि बाजार लाल निशान में ही खुलने वाले हैं.


एशियाई बाजार भी औंधे मुंह गिरे
एशियाई बाजारों की बात करें तो कोरिया का कोस्पी 11 साल के निचले स्तर पर आ चुका है और हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग आज 1100 अंकों से ज्यादा गिरा था. चीन का शंघाई कंपोजिट दो फीसदी से ज्यादा गिरा है और निक्केई में भी तेज गिरावट ही दर्ज की गई है.


रुपये में रिकॉर्ड गिरावट
आज भारतीय रुपये की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई और ये रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला है. रुपया डॉलर के मुकाबले कल 74.26 पर बंद हुआ था और आज 74.95 पर खुला है और इसमें 69 पैसे की गिरावट आई है. आज का रुपये का स्तर इसके रिकॉर्ड निचले स्तर को तोड़ चुका है जो कि 74.49 रुपये प्रति डॉलर था. शुरुआती कारोबार में ही रुपये में 75 रुपये प्रति डॉलर के लेवल आ चुके थे.


डाओ फ्यूचर्स में 850 पॉइंट की गिरावट
अमेरिका के डाओ फ्यूचर्स में आज 850 अंकों की भारी-भरकम गिरावट देखी गई है और साफ है कि अमेरिकी बाजारों के ट्रेडिंग सेशन के लिए आज का दिन भी जबरदस्त कमजोरी वाला रहने वाला है.


BPCL में लगा सर्किट
बीपीसीएल के शेयर में आज शुरुआती कारोबार के महज 10 मिनट के भीतर सर्किट लग गया था और ये शेयर 10 फीसदी से ज्यादा गिर गया था. दरअसल सड़कों पर गाड़ियों के कम होने के कारण पेट्रोल, डीजल की मांग में बेहद कमी आई है और क्रूड के बेहद गिरने के कारण भी देश में पेट्रोल-डीजल सस्ता हो रहा है जिसका असर ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर देखा जा रहा है.