Stock Market Rally: शेयर बाजार में 5वें दिन भी दिखी शानदार तेजी, एक दिन में निवेशकों ने कमा लिए 4.90 लाख करोड़ रुपये
इस साल रिकॉर्ड बिकवाली करने वाले ग्लोबल फंड्स ने इस हफ्ते मंगलवार और गुरुवार को कैश मार्केट में जोरदार खरीदारी की. मंगलवार को FIIs ने 1,462 करोड़ रुपये और गुरुवार को 3,239 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.

Stock Market Rally: भारतीय शेयर बाजार बीते 5 दिनों से लगातार तेजी दिखा रहा है. इस तेजी को देखकर लग रहा है कि इंडियन शेयर मार्केट का "सबसे बुरा दौर खत्म हो चुका है." दरअसल, अब विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) भारतीय शेयर बाजार में तेजी से वापसी कर रहे हैं. इसी वजह से शेयर मार्केट गुलजार है. इस हफ्ते, निफ्टी 50 में 4.26 फीसदी यानी 953.2 अंकों की बढ़त देखी गई, जो 23,350.4 के स्तर पर पहुंच गया. वहीं, 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4.17 फीसदी यानी 3,076 अंकों की बढ़त के साथ 76,905 के स्तर पर पहुंच गया.
सबसे बड़ी साप्ताहिक तेजी
ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक, यह फरवरी 2021 के बाद से इन प्रमुख सूचकांकों की सबसे बड़ी साप्ताहिक तेजी है. इसके अलावा, मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 7.27 फीसदी और 8.14 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई. वहीं, शुक्रवार की बात करें तो निफ्टी और सेंसेक्स 0.69 फीसदी और 0.73 फीसदी के साथ ऊपर रहे. बीएसई डेटा के मुताबिक, बाजार में आज खरीदारी का रुजहान था, इस वजह से 2,823 शेयरों में तेजी देखने को मिली.
23,500 तक जा सकता है निफ्टी
इस हफ्ते बाजार में तेजी ऐसे समय में आई है, जब व्यापारिक तनाव बढ़ रहे हैं और 2 अप्रैल से लागू होने वाले रेसिप्रोकल टैरिफ के बाद और अधिक तनाव की उम्मीद है. मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों के मुताबिक, निफ्टी को 23,000 के स्तर पर सपोर्ट मिल सकता है, और अगर यह इस स्तर को बनाए रखता है, तो यह 23,333 और फिर 23,500 के स्तर तक जा सकता है.
भारतीय शेयर बाजार में तेजी के बड़े कारण
सबसे पहला विदेशी निवेशकों की वापसी. इस साल रिकॉर्ड बिकवाली करने वाले ग्लोबल फंड्स ने इस हफ्ते मंगलवार और गुरुवार को कैश मार्केट में जोरदार खरीदारी की. मंगलवार को FIIs ने 1,462 करोड़ रुपये और गुरुवार को 3,239 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
वैल्यूएशन में गिरावट भी है वजह. दरअसल, बाजार में गिरावट के दौरान शेयरों के वैल्यूएशन में भी कमी आई. निफ्टी 50 का P/E रेश्यो 19 गुना है, जो पिछले साल सितंबर में 23.8 गुना के शिखर से नीचे है. निफ्टी ऑटो और निफ्टी FMCG इंडेक्स का P/E रेश्यो भी क्रमशः 20 गुना और 37 गुना पर आ गया है.
आर्थिक सुधार के संकेत ने भी बाजार को मजबूती दी. फरवरी में भारत की खुदरा महंगाई दर (रिटेल इन्फ्लेशन) सात महीने के निचले स्तर 3.61 फीसदी पर आ गई, जिससे रेपो रेट में और कटौती की उम्मीदें बढ़ गई हैं. वहीं, जनवरी में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) आठ महीने के उच्च स्तर 5.01 फीसदी पर पहुंच गया. इसके अलावा, ग्लोबल रैली की वजह से भी शेयर मार्केट में हरियाली वापिस आई है.
बढ़ गया मार्केट कैप
शेयर मार्केट में तेजी से BSE सेंसेक्स पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप आज 21 मार्च को बढ़कर 4,13,52,583.3 लाख करोड़ रुपये हो गया. यह 20 मार्च को 4,08,61,851.73 लाख करोड़ रुपये था. इस तरह से BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 4.90 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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