नई दिल्लीः बीते हफ्ते शेयर बाजार ऐतिहासिक तेजी के साथ बंद हुए, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की गुजरात और हिमाचल प्रदेश में मिली जीत का योगदान रहा और सेंसेक्स और निफ्टी अब तक की सर्वाधिक ऊंचाई पर बंद हुए. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 477.33 अंकों या 1.42 फीसदी की तेजी के साथ 33,940.30 पर और निफ्टी 159.75 75 अंकों या 1.54 फीसदी की तेजी के साथ 10493 पर बंद हुआ. बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 3.52 फीसदी और स्मॉलकैप सूचकांक में 4.51 फीसदी की तेजी दर्ज की गई.
कैसी रही बाजार में पिछले हफ्ते कारोबारी चाल
सोमवार को सेंसेक्स 138.71 अंकों या 0.41 फीसदी की तेजी के साथ 33,601.68 पर बंद हुआ. मंगलवार को ग्लोबर बाजारों में तेजी से घरेलू बाजार को सहारा मिला और सेंसेक्स 235.06 अंकों या 0.7 फीसदी की तेजी के साथ 33,836.74 पर बंद हुआ. बुधवार को मुनाफावसूली के कारण शेयर बाजार दवाब में आए और सेंसेक्स 59.36 अंकों या 0.18 फीसदी की गिरावट के साथ 33,777.38 पर बंद हुआ.
गुरुवार को भी ग्लोबल बाजारों में आई गिरावट के असर से सेंसेक्स 21.10 अंकों या 0.06 फीसदी की गिरावट के साथ 33,756.28 पर बंद हुआ. कारोबारी हफते के अंतिम दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 184.02 अंकों या 0.55 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ ऐतिहासिक ऊंचाई 33,940.30 पर बंद हुआ.
इन शेयरों में रही शानदार तेजी
बीते हफ्ते सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक (4.27 फीसदी), एचडीएफसी (0.23 फीसदी), विप्रो (3.9 फीसदी), भारती एयरटेल (2.33 फीसदी), एनटीपीसी (1.41 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (7.72 फीसदी) की जबर्दस्त उछाल के साथ बंद हुए हैं.
इन शेयरों में रही गिरावट
पिछले हफ्ते सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज (1.64 फीसदी), एचडीएफसी (0.84 फीसदी) और कोल इंडिया (1.86 फीसदी) मुख्य रूप से गिरावट के साथ बंद रहे हैं.
नवंबर में बढ़ा एक्सपोर्ट
व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, देश के एक्सपोर्ट में नवंबर में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 30.5 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और कुल 26.2 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट किया गया. इस दौरान माल के इंपोर्ट में भी एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 19.6 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई और देश का व्यापार घाटा यानी ट 3.2 फीसदी बढ़कर 13.83 अरब डॉलर रहा.
अमेरिका में हुआ बड़ा फैसला
ग्लोबल मोर्चे पर, अमेरिका में हाउस ऑफ रिप्रजेंटिटिव ने बुधवार को ऐतिहासिक कर विधेयक पास कर दिया. इस बिधेयक के पारित होने से अमेरिका में कॉरपोरेट टैक्स की दर 35 फीसदी से घटकर 21 फीसदी हो गई.
चीन/जापान की आर्थिक हलचल
चीन के केंद्रीय बैंक ने रिवर्स रेपो रेट और रिवर्स रेट में 14 दिनों की अवधि के लिए 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी की. जापान की सरकार ने अपने विकास दर के अनुमान को चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष के लिए बढ़ा दिया है, जो कि क्रमश: 1.9 फीसदी और 1.8 फीसदी हैं. इसमें जापान में घरेलू मांग में बढत का सबसे ज्यादा योगदान रहा.
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