चीन का 'सांप' लगा रहा शेयर बाजार की लंका! हर 12 साल में निगल जाता है अर्थव्यवस्था
21वीं सदी से लें तो सांप का पहला साल 2001 में आया था. इस साल भारतीय शेयर बाजार में हाहाकार मच गया था. निफ्टी 50 का सालाना रिटर्न इस साल -16.18 फीसदी था.
भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) के लिए साल 2024 बेहतर नहीं रहा. वहीं, 2025 की शुरुआत भी कुछ खास नहीं हुई है. साल के पहले महीने से ही बाजार लगातार गिर रहा है. एक्सपर्ट इसके पीछे एशियाई और अमेरिकी बाजारों में गिरावट, कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली को मान रहे हैं. हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि भारतीय और दुनियाभर के बाजार की इस गिरावट के पीछे चीन के एक खास सांप की भी भूमिका है. चलिए, आज इस खबर में आपको बताते हैं कि कैसे चीन का ये सांप हर 12 साल में दुनिया की अर्थव्यवस्था को डस लेता है.
क्या है ये 'चीन का सांप'
चीन के सांप से हमारा मतलब है, चीनी राशि चक्र के हिसाब से सांप का वर्ष. दरअसल, चीनी ज्योतिष विज्ञान 12 महीने के चक्र के साथ मेल खाते हुए मेष, वृषभ, मिथुन जैसे राशियों के 12 बिंदु चक्र के आधार पर नहीं होता. बल्कि, यह आपके जन्म के वर्ष के आधार पर आपको एक राशि जानवर देता है. इसमें, चूहा, बैल, चीता, बिल्ली, ड्रैगन, सांप, घोड़ा, बकरी, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सूअर जैसे जानवर शामिल हैं. इसी के अनुसार, हर साल भी एक खास जानवर की राशि वाला साल होता है. साल 2025 सांप का साल है. माना जाता है कि जब भी सांप का साल आता है दुनिया में उथल-पुथल मच जाती है और अर्थव्यवस्थाएं तबाह हो जाती हैं.
सांप का साल और शेयर बाजार की तबाही
21वीं सदी से लें तो सांप का पहला साल 2001 में आया था. इस साल भारतीय शेयर बाजार में हाहाकार मच गया था. निफ्टी 50 का सालाना रिटर्न इस साल -16.18 फीसदी था. भारत के अलावा पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को इस साल मंदी का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा इसी साल सितंबर में अमेरिका में 9/11 का आतंकवादी हमला हुआ, जिसने पूरी दुनिया को हिला दिया था. 2001 के बाद फिर 2013 सांप का साल रहा. इस साल भी भारतीय शेयर बाजार की स्थिति ठीक नहीं रही. BSE पर मौजूद Nifty50 के आंकड़ों के अनुसार, 2013 में निफ्टी50 ने सिर्फ 6.76 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया था. अब 2025 में फिर से सांप का साल आया है और बाजार की स्थिति जनवरी 2025 से ही खराब है.
सांप ने इन वर्षों में भी दुनिया को तबाह किया
1989 ये साल भी सांप का साल था. इस साल शेयर बाजारों में अस्थिरता देखी गई. इसके अलावा इसी साल चीन में तियानमेन स्क्वायर विरोध प्रदर्शन जैसी राजनीतिक घटनाएं भी देखी गईं. 1977 भी सांप का साल था. इस साल को पूरी दुनिया के लिए आर्थिक कठिनाइयों का साल कहा गया. खासतौर से महंगाई और बेरोजगारी ने अमेरिका के साथ-साथ दुनियाभर की अर्थव्यवस्था को कमजोर किया.