Market Outlook: व्यापक आर्थिक आंकड़ों की घोषणा, चीन में कोविड की स्थिति और वैश्विक रुझानों से इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की दिशा तय होगी. विश्लेषकों ने कहा कि इसके अलावा बाजार पर रुपये की चाल, कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी निवेश के रुझानों का भी असर देखा जाएगा. बाजार विशेषज्ञों की राय है कि इस साल भारतीय बाजार घरेलू और वैश्विक कारकों से प्रभावित होंगे, जिसमें कोरोना वायरस के हालात और आम बजट में नीतिगत पहल शामिल हैं.


सोमवार और बुधवार को आएंगे महत्वपूर्ण आंकड़े


मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े सोमवार को घोषित किए जाएंगे और बुधवार को आने वाले सर्विस सेक्टर के आंकड़े भी इक्विटी बाजार पर असर डालने में कामयाब होंगे.


क्या कहते हैं जानकार


सैमको सिक्योरिटीज के मार्केट प्रमुख अपूर्व शेठ ने कहा, "भारतीय बाजार अपने अंतरराष्ट्रीय समकक्षों के अनुरूप प्रतिक्रिया दे सकते हैं. इस सप्ताह के अंत में फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक की टिप्पणियां सार्वजनिक की जाएंगी." 


ये कारक डालेंगे शेयर बाजार पर असर


स्वस्तिक इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, "निकट भविष्य में 2024 के चुनाव से पहले का आखिरी बजट, चौथी तिमाही के नतीजे और मासिक ऑटो बिक्री के आंकड़े, ऐसी प्रमुख घटनाएं हैं, जिनसे बाजार जनवरी 2023 में प्रभावित होगा." उन्होंने कहा, ''इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतें और रुपये की चाल अन्य महत्वपूर्ण कारक होंगे."


शुक्रवार को कैसे बंद हुआ था शेयर बाजार


साल 2022 के आखिरी कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ है. बाजार सुबह तेजी के साथ खुला था लेकिन बंद होने से पहले बाजार में मुनाफावसूली लौटी और बाजार बंद होने पर बीएसई सेंसेक्स 293 अंकों की गिरावट के साथ 61000 के नीचे 60,840 अंकों पर बंद हुआ था. जबकि एनएसई का निफ्टी 86 अंकों की गिरावट के साथ 18,105 अंकों पर बंद हुआ था.


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