देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी का अडानी समूह जल्दी ही शेयर बाजार पर नया धमाका कर सकता है. समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज जल्दी ही बिलियन डॉलर ऑफर लेकर आने वाली है. बताया जा रहा है कि कंपनी अगले महीने लगभग 1 बिलियन डॉलर के शेयरों की बिक्री का ऑफर लेकर आ सकती है.


अगले महीने आ सकता है बिलियन डॉलर ऑफर


रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटप्राइजेज सितंबर में 1 बिलियन डॉलर के शेयरों की बिक्री का ऑफर पेश कर सकती है. अडानी एंटरप्राइजेज ने इससे पहले पिछले साल की शुरुआत में शेयरों को बेचने और उसके जरिए बाजार से पैसे जुटाने का फैसला लिया था, लेकिन उस समय हिंडनबर्ग की विवादास्पद रिपोर्ट ने अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ की योजना को खराब कर दिया था.


हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने करा दिया था नुकसान


अडानी एंटरप्राइजेज करीब डेढ़ साल पहले फरवरी 2023 में फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर यानी एफपीओ लेकर आई थी. उस समय कंपनी की योजना एफपीओ के जरिए 2.5 बिलियन डॉलर जुटाने की थी. हालांकि एफपीओ लॉन्च होने के ऐन पहले जनवरी के अंत में अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की विवादास्पद रिपोर्ट सामने आ गई, जिसमें अडानी समूह के ऊपर शेयरों के भाव में हेर-फेर करने समेत कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. रिपोर्ट के बाद अडानी समूह को लाखों करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा था. विवादों के चलते अडानी एंटरप्राइजेज ने पूरा सब्सक्राइब होने के बाद भी एफपीओ को वापस लेने का निर्णय लिया था.


हाल ही में आया अडानी एनर्जी का क्यूआईपी


हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद यह पहला मौका है, जब अडानी एंटरप्राइजेज फिर से शेयर बेचने का ऑफर ला रही है और बाजार के निवेशकों से पैसे जुटाने का प्रयास कर रही है. हालांकि यह फ्लैगशिप कंपनी के लिए भले ही हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद का पहला मौका बन रहा हो, समूह की एक कंपनी पहले ही ऑफर लेकर आ चुकी है. समूह की अडानी एनर्जी हाल ही में क्यूआईपी लेकर आई थी, जिसे निवेशकों ने हाथों-हाथ लिया. उससे उत्साहित होकर अब फ्लैगशिप कंपनी का शेयर सेल ऑफर लाने की दिशा में काम हो रहा है.


एफपीओ की जगह क्यूआईपी आने की उम्मीद


अडानी एंटरप्राइजेज को बोर्ड से पहले ही इसके लिए मंजूरी मिल चुकी है. कंपनी के बोर्ड ने मई में 2 बिलियन डॉलर तक फंड जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. बताया जा रहा है कि अडानी एंटरप्राइजेज का प्रस्तावित ऑफर एफपीओ न होकर क्यूआईपी हो सकता है. इसके लिए आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स और जेफरीज को हायर किया गया है. एफपीओ में सभी कैटेगरी के निवेशकों को शेयर खरीदने का मौका मिलता है, जबकि क्यूआईपी में सिर्फ संस्थागत निवेशक ही हिस्सा ले पाते हैं.


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