चंद रोज पहले तक सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति रहे गौतम अडानी (Gautam Adani) पिछले कुछ दिनों से मुश्किल दौर का सामना कर रहे हैं. हिंडेनबर्ग रिपोर्ट (Hindenbuerg Report) सामने आने के बाद गौतम अडानी की नेटवर्थ (Gautam Adani Networth) तेजी से कम हुई है और उनके कारोबारी घराने की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. हालात ऐसे हो गए कि अडानी समूह (Adani Group) की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises FPO) को अपना भारी-भरकम एफपीओ पूरी तरह से सब्सक्राइब होने के बाद भी वापस लेना पड़ गया. अब गौतम अडानी ने खुद इस बारे में बताया है कि आखिर क्यों उन्हें ऐसा निर्णय लेने पर मजबूर होना पड़ा.


अडानी ने 20 हजार करोड़ रुपये का रिकॉर्ड एफपीओ वापस लिए जाने के बाबत शेयरहोल्डर्स को एक मैसेज में कहा, मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सबसे ऊपर है और बाकी सभी चीजें इसके बाद हैं. इसी कारण इन्वेस्टर्स को आगे हो सकने वाले नुकसान से बचाने के लिए हमने एफपीओ को वापस लिया.


अडानी एंटरप्राइजेज का यह ऑफर देश का अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ था. एफपीओ के ओपन होने के ऐन पहले अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडेनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की और अडानी समूह के ऊपर कई आरोप लगाए. उसके बाद से अडानी समूह के शेयरों की गिरावट थम नहीं रही है. हालांकि एफपीओ की बात करें तो इसे अंतिम दिन तक पूरी तरह से सब्सक्राइब किया जा चुका था. एफपीओ के लिए समूह ने 3112 रुपये से 3276 रुपये का प्राइस बैंड तय किया था. वहीं दूसरी ओर अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर बुधवार को 28.45 फीसदी के भारी नुकसान के साथ 2,128.70 रुपये पर बंद हुआ था.


गौतम अडानी ने मैसेज में कहा, इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालन या भविष्य की योजनाओं पर कोई असर नहीं होगा. हम परियोजनाओं को समय से पूरा करने और उन्हें डिलीवर करने पर ध्यान देना जारी रखेंगे. इस निर्णय ने भले ही कई लोगों को हैरान किया हो, लेकिन कल बाजार में आई उथल-पुथल को देखते हुए बोर्ड ने यह महसूस किया कि एफपीओ के साथ आगे बढ़ना नैतिक तौर पर उचित नहीं है.


अडानी ने अपने इन्वेस्टर्स के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब तक उन्होंने जो भी हासिल किया है, सब इन्वेस्टर्स के बदौलत ही है. उन्होंने कहा, एक उद्यमी के तौर पर चार दशक से अधिक की मेरी यात्रा में मुझे सभी संबंधित पक्षों खासकर इन्वेस्टर्स का भरपूर समर्थन मिला है. यह कहना जरूरी है कि अभी तक के जीवन में मैंने जो कुछ भी हासिल किया है, वह सह इन्वेस्टर्स के भरोसे के कारण है. मेरी सारी सफलता उनके कारण है. इसी कारण मेरे लिए निवेशकों का हित सबसे ऊपर है. 


गौतम अडानी ने वीडियो संदेश में कहा, हमारी कंपनी की बुनियाद ठोस है. हमारा बैलेंस शीट हेल्दी है और एसेट्स शानदार हैं. हमारा EBIDTA लेवल और कैश फ्लो मजबूत है. देनदारियों को पूरा करने का हमारा रिकॉर्ड बेहतरीन है. हम लंबी अवधि के लिए वैल्यू क्रिएशन पर फोकस जारी रखेंगे और ग्रोथ की आवश्यकताओं को आंतरिक संसाधनों से पूरा किया जाएगा.


अडानी ने इस बात का भी संकेत दिया कि समय आने पर उनकी कंपनी फिर से एफपीओ पर विचार कर सकती है. उन्होंने कहा, एक बार बाजार स्थिर हो जाने के बाद वह पूंजी बाजार की रणनीतियों की समीक्षा करेंगे और उसी हिसाब से समूह की पूंजीगत खर्च की योजनाओं को पूरा किया जाएगा.