Rajiv Jain On Adani Stocks: अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg Adani Report) को भले ही अडानी समूह में खामियां नजर आई हों, लेकिन अभी भी कई ऐसे बड़े इन्वेस्टर्स हैं, जिन्हें अडानी की कंपनियों पर भरोसा है. अडानी समूह के शेयरों में हाल ही में मोटा पैसा लगाने वाली कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) के संस्थापक राजीव जैन (NRI Investor Rajiv Jain) इन्हीं इन्वेस्टर्स में से एक हैं. जैन तो अभी अडानी के शेयरों (Adani Stocks) में और पैसे लगाने के मूड में हैं.


पिछले सप्ताह लगाए इतने करोड़


जीक्यूजी पार्टनर्स ने पिछले सप्ताह अडानी समूह के 04 शेयरों अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Adani Ports and Special Economic Zone), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) में 15,446 करोड़ रुपये लगाए थे. यह अडानी समूह के शेयरों में अब तक के सबसे बड़े निवेश में से एक है. अब जैन की कंपनी अपना यह एक्सपोजर बढ़ाने पर विचार कर रही है.


ऐसी रहती है जैन की स्ट्रेटजी


रॉयटर्स की एक खबर के अनुसार, जैन अभी ऑस्ट्रेलिया में हैं. वह अडानी के शेयरों में पैसे लगाने के बाद अपने इन्वेस्टर्स से पूछे गए सवालों को दूर कर रहे हैं. इसी क्रम में वह बुधवार को सिडनी में पत्रकारों और इन्वेस्टर्स से बात कर रहे थे. इस दौरान जैन ने कहा, इस बात की संभावनाएं हैं कि हम और ज्यादा खरीदें, क्योंकि आम तौर पर हम पहले जगह बनाते हैं, और उसके बाद आगे कंपनी की कमाई कैसी रहती है और उसके शेयर किस तरह का प्रदर्शन करते हैं, इसके आधार पर अपना पूरा निवेश झोंकते हैं. हमने अभी अडानी के शेयरों में अपने हिसाब से पूरी क्षमता का निवेश नहीं किया है.


जीक्यूजी पार्टनर्स से हो रहे सवाल


जहां तक जीक्यूजी पार्टनर्स की बात है, अडानी समूह के शेयरों में निवेश करने के बाद उसके खुद के शेयरों पर असर हो रहा है. यह खबर सामने आने के अगले दिन जीक्यूजी पार्टनर्स के शेयरों में 4 फीसदी की गिरावट आ गई थी. जैन और उनकी फर्म को इस फैसले के बाद अपने इन्वेस्टर्स के सवालों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें ऑस्ट्रेलिया के कुछ सबसे बड़े पेंशन फंड्स भी शामिल हैं. पेंशन फंड इन्वेस्टर Cbus Super ने पिछले सप्ताह रॉयटर्स को बताया था कि उसने अडानी के शेयरों में किए गए निवेश को लेकर जीक्यूजी पार्टनर्स को सवाल भेजे हैं.


हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर जैन की टिप्पणी


हालांकि जैन अडानी समूह में किए गए निवेश को सही बता रहे हैं. उनका कहना है कि जीक्यूजी पार्टनर्स किसी भी कंपनी के शेयरों को खरीदने से पहले खुद तह तक जाकर रिसर्च करती है. अडानी के मामले में भी फर्म ने रिसर्च किया है और उसे लगता है कि अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में काफी संभावनाएं हैं. जैन ने गौतम अडानी को अपनी पीढ़ी के सबसे सम्मानित उद्यमियों में से एक बताया. जैन ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर कहा कि सबकी अपनी-अपनी राय होती है, लेकिन उनकी कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स भीड़ का हिस्सा बनने के बजाए अपना रास्ता खुद तैयार करने में यकीन रखती है.


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