देश के प्रमुख शेयर बाजारों में एक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने एक दिन पहले गुरुवार को नया कीर्तिमान हासिल कर लिया. एनएसई पर रजिस्टर्ड यूनिक इन्वेस्टर्स की संख्या पहली बार 10 करोड़ के पार निकल गई. एनएसई ने एक रिलीज में इस उपलब्धि की जानकारी दी.


यूनिक इन्वेस्टर 10 करोड़, टोटल अकाउंट 19 करोड़


नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा- यूनिक रजिस्टर्ड इन्वेस्टर बेस का आंकड़ा 8 अगस्त को 10 करोड़ के पार निकल गया. एनएसई के साथ रजिस्टर्ड क्लाइंट कोड की कुल संख्या अब 19 करोड़ पर पहुंच गई है. इसका मतलब हुआ कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर रजिस्टर्ड टोटल अकाउंट अब 19 करोड़ पर पहुंच गए हैं, जबकि यूनिक इन्वेस्टर्स की संख्या 10 करोड़ के पार निकल गई है.


कई इन्वेस्टर के पास एक से ज्यादा अकाउंट


यूनिक इन्वेस्टर्स की संख्या में टोटल अकाउंट की संख्या ज्यादा होती है, क्योंकि अक्सर ऐसा देखा जाता है कि कई इन्वेस्टर एक से ज्यादा अकाउंट ऑपरेट करते हैं. टोटल अकाउंट के आंकड़े में अभी तक की तारीख तक रजिस्टर किए गए सारे अकाउंट शामिल होते हैं.


सिर्फ 5 महीने में 1 करोड़ बढ़ गया आंकड़ा


घरेलू शेयर बाजार हालिया कुछ सालों से रिकॉर्ड ग्रोथ के रथ पर सवार पर है. खासकर कोविड के बाद के सालों में शेयर बाजार में पैसे लगाने वाले निवेशकों की संख्या बेतहाशा रफ्तार से बढ़ी है. एनएसई के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं. एनएसई के अनुसार, बीते 5 महीने में ही उसने 1 करोड़ यूनिक इन्वेस्टर जोड़ने का कीर्तिमान हासिल किया है.


साढ़े 3 साल में आए 6 करोड़ यूनिक इन्वेस्टर


एनएसई पर रजिस्टर्ड इन्वेस्टर बेस का आंकड़ा 4 करोड़ पर पहुंचने में 25 साल लग गए थे और यह उपलब्धि मार्च 2021 में हासिल हुई थी. उसके बाद अब यह आंकड़ा 10 करोड़ के पार निकल गया है. यानी पहले 4 करोड़ यूनिक इन्वेस्टर तक पहुंचने में एनएसई को 25 साल लगे थे, लेकिन उसके बाद 6 करोड़ नए इन्वेस्टर सिर्फ पिछले 3 साल 4 महीने में जुड़ गए हैं. अभी हर 6-7 महीने में यूनिक इन्वेस्टर के आंकड़े में एक करोड़ की बढ़ोतरी हो जा रही है.


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