घरेलू शेयर बाजार पिछले कुछ महीने से शानदार रैली के रथ पर सवार है. चुनावी महीनों के दौरान कुछ समय की वोलेटिलिटी को छोड़ दें तो बाजार लगातार रिकॉर्ड बनाए जा रहा है. चुनाव का परिणाम आने के बाद तो बाजार में जबरदस्त तेजी आई. इस तेजी के चलते वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शेयर बाजार के बड़े निवेशकों ने मोटा माल बनाया है.


इन टॉप इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स ने बनाए पैसे


ईटी की एक रिपोर्ट में प्राइम इंफोबेस के डेटा के हवाले से बताया गया है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून के 3 महीनों के दौरान अनुज सेठ, मनीष जैन, विजय केडिया, आकाश भंसाली जैसे कई बड़े इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स को खूब कमाई हुई. तिमाही के दौरान इन्वेस्टर हेमेंद्र कोठारी का पोर्टफोलियो 7 फीसदी मजबूत हो गया. उन्हें अल्काइल एमाइन्स केमिकल्स और ईआईएच एसोसिएटेड होटल्स जैसे शेयरों में आई तेज रैली से मदद मिली.


पहली तिमाही के दौरान, आकाश भंसाली के पोर्टफोलियो की वैल्यू शानदार 21 फीसदी बढ़ी. उनके पोर्टफोलियो में शामिल सुदर्शन केमिकल्स और रामकृष्ण फॉर्जिंग्स जैसे शेयरों में इस दौरान 48 फीसदी व 29 फीसदी की तेजी आई. इसी तरह पहली तिमाही के दौरान मुकुल अग्रवाल के पोर्टफोलियो में 13 फीसदी की तेजी आई. वहीं आशीष धवन और नेमिश शाह के पोर्टफोलियो में क्रमश: 14 फीसदी और 17 फीसदी की तेजी आई.


मल्टीबैगर बना विजय केडिया का ये शेयर


जून तिमाही में सबसे ज्यादा पैसे बनाने वाले टॉप-15 इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स में विजय केडिया का नाम भी शामिल रहा. तिमाही के दौरान उनके पोर्टफोलियो में शामिल तेजस नेटवर्क्स ने 115 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया. इसी तरह अतुल ऑटो, एलीकॉन इंजीनियरिंग और सुदर्शन केमिकल्स जैसे शेयरों में 32 फीसदी से 48 फीसदी तक की तेजी आई. इस तरह केडिया का पोर्टफोलियो जून तिमाही में 24 फीसदी बढ़कर 1,638 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.


मनीष जैन को हुई 29 फीसदी कमाई


आलोच्य अवधि के दौरान मनीष जैन का पोर्टफोलियो 29 फीसदी बढ़कर 1,592 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. उनके पोर्टफोलियो में हेस्टर बायोसाइंस का शेयर सबसे ज्यादा 72 फीसदी उछला. वहीं करियर पॉइंट के शेयरों में 41 फीसदी की और लिंडे इंडिया के शेयरों में 30 फीसदी की तेजी आई.


झुनझुनवाला फैमिली को 3000 करोड़ का नुकसान


हालांकि दूसरी ओर कुछ दिग्गज निवेशकों को नुकसान भी उठाना पड़ा. भारतीय शेयर बाजार के सबसे बड़े इंडिविजुअल इन्वेस्टर में एक झुनझुनवाला फैमिली को पहली तिमाही में नुकसान उठाना पड़ गया. तिमाही के दौरान झुनझुनवाला फैमिली के पोर्टफोलियो में शामिल टाइटन, क्रिसिल और सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च जैसे शेयर में पहली तिमाही के दौरान 10 से 35 फीसदी तक की गिरावट आई. इसके चलते झुनझुनवाला फैमिली के पोर्टफोलियो की वैल्यू जून तिमाही में लगभग 8 फीसदी कम होकर 47,053 करोड़ रुपये पर आ गई. उनके पोर्टफोलियो की वैल्यू मार्च तिमाही में पहली बार 50 हजार करोड़ रुपये के पार निकली थी.


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