दिग्गज स्विस बैंकर यूबीएस ग्रुप एजी ने इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में बड़ी बिकवाली की. सप्ताह के अंतिम दिन उसने 7 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को कम किया. यूबीएस ग्रुप के द्वारा की गई बिकवाली का टोटल आंकड़ा लगभग 5 हजार करोड़ रुपये रहा.


यूबीएस ग्रुप ने शुक्रवार को यह बिक्री अपनी सहयोगी कंपनी यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया के जरिए की. यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया ने एनएसई पर अलग-अलग बल्क डील में ऑयल इंडिया और डिक्सॉन टेक्नोलॉजीज (इंडिया) समेत 7 कंपनियों के शेयरों की बिक्री की. ओपन मार्केट ट्रांजेक्शंस के जरिए की गई बिक्री का आंकड़ा 4,961 करोड़ रुपये का रहा.


इन शेयरों की भी बड़े पैमाने पर बिक्री


एनएसई पर उपलब्ध बल्क डील डेटा के अनुसार, यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया ने 972 करोड़ रुपये के ऑयल इंडिया के शेयरों की बिक्री की. इसी तरह उसने डिक्सॉन टेक्नोलॉजीज के 904 करोड़ रुपये और रेल विकास निगम लिमिटेड के 797 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. उनके अलावा जायडस लाइफसाइंसेज के 756 करोड़ रुपये के और वोडाफोन आइडिया, ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर और प्रेस्टिज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स को मिलाकर 1,531 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की.


बंधन बैंक में किया 384 करोड़ निवेश


दूसरी ओर यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया ने कई भारतीय शेयरों में खरीदारी भी की. उसने शुक्रवार को बंधन बैंक के 1.92 करोड़ शेयरों को 384 करोड़ रुपये में खरीदा. उसके अलावा यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया और कॉप्टहॉल मॉरीशस इन्वेस्टमेंट ने मिलकर प्रेस्टिज एस्टेट के 10.90 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की. वहीं दूसरी ओर  कॉप्टहॉल मॉरीशस इन्वेस्टमेंट ने प्रेस्टिज एस्टेट के 378 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री भी की.


इन शेयरों के खरीदारों की नहीं मिली जानकारी


यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया के द्वारा ऑयल इंडिया, डिक्सॉन टेक, रेल विकास निगम लिमिटेड, जाइडस लाइफसाइंसेज, वोडाफोन आइडिया, ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर और प्रेस्टीज एस्टेट के बेचे गए शेयरों को खरीदने वालों के बारे में जानकारी सामने नहीं आई है. इसी तरह यह भी पता नहीं चल पाया है कि यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया ने बंधन बैंक के जिन शेयरों को खरीदा, उन्हें किसने बेचा.


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