Sudha Murty Birthday: सुधा मूर्ति के पास 775 करोड़ की दौलत, सालाना 300 करोड़ की कमाई, फिर भी 24 साल से नहीं खरीदी एक भी साड़ी!
Happy Birthday Sudha Murty: सुधा मूर्ति एक लेखक और परोपकारी के लिए जानी जाती हैं. इनके पास 775 करोड़ रुपये की दौलत है और हर साल 300 करोड़ रुपये की कमाई करती हैं.
Sudha Murty Net Worth: इंफोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति की पत्नी और ब्रिट्रेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सासू मां सुधा मूर्ति को कौन नहीं जानता है. ये किसी पहचान की मोहताज नहीं, आज यानी 19 अगस्त 2023 को उनका जन्मदिन है. सुधा मूर्ति वर्तमान समय में इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन भी हैं. इन्हें लोग सोशल एक्टिविस्ट, टीचर, लेखक और परोपकारी के लिए भी जानते हैं.
सुधा मूर्ति को 2006 में सामाजिक कार्यों के लिए पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वहीं 2023 में इन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. माधव ब्राह्मण परिवार में जन्मी सुधा मूर्ति एक सर्जन आरएच कुलकर्णी और उनकी पत्नी विमला कुलकर्णी की बेटी हैं. इंन्होंने इंफोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति से शादी की है और इनके दो बच्चे अक्षता और रोहन मूर्ति हैं. इनकी बेटी अक्षता मूर्ति का विवाह ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक से हुई है.
सुधा मूर्ति का एजुकेशन और कैरियर
इन्होंने इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी. इंजीनियरिंग और एम. इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है. इसके साथ ही भारतीय विज्ञान संस्थान से कंप्यूटर साइंस की डिग्री ली है. 1996 में इन्होंने इंफोसिस फाउंडेशन की स्थापना की थी, जो समाज के कल्याण के लिए काम करता है. वह टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कंपनी (TELCO) में नियुक्त पहली महिला इंजीनियर भी रह चुकी हैं. इसके अलावा, पुणे में एक डेवलपमेंट इंजीनियर के रूप में कंपनी में शामिल हुईं और फिर मुंबई और जमशेदपुर में भी काम किया है. इन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं, जो काफी फेमस रहीं.
कितनी संपत्ति की मालकिन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुधा मूर्ति की कुल संपत्ति 775 करोड़ रुपये है, जो उनकी किताबों और लघु कथाओं के साथ-साथ इंफोसिस फाउंडेशन से मिलने वाली रॉयल्टी से जुड़ी है. वहीं इनकी सालाना कमाई 300 करोड़ रुपये बताई जाती है.
क्यों 24 साल से नहीं खरीदी साड़ी
इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति के साड़ी नहीं खरीदने के पीछे एक ठोस वजह है. पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने आखिरी बार साड़ी 24 साल पहले काशी जाने से पहले खरीदी थी. उन्होंने कहा था कि जब आप काशी जाते हैं तो आपको वह चीज छोड़नी होती है, जिसका आप सबसे ज्यादा आनंद लेते हैं. ऐसे में उन्होंने खरीदारी करना छोड़ दिया, खासकर साड़ियां.
वह केवल अब आवश्यक चीजें ही खरीदती हैं. उन्होंने कहा कि वह सबसे ज्यादा किताबें खरीदती हैं और आवश्यक चीजों की खरीदारी करती हैं. उनके पास 20 हजार से ज्यादा किताबें हैं. सुधा मूर्ति अपनी बहन, परिवार की किसी सदस्य और दोस्तों से उपहार में मिले साड़ी को पहनती हैं.
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