Sugar Stocks: जानिए सरकार के किस फैसले के चलते चीनी बनाने वाली कंपनियों के शेयरों की हुई खूब धुनाई! निवेशकों को लगी चपत
Sugar Share Crash: मोदी सरकार के चीनी एक्सपोर्ट की लिमिट लगाने के फैसले ने चीनी कंपनियों के शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों के मुंह का स्वाद बिगाड़ दिया है.
Sugar Export Limit Imposed: चीनी की बढ़ती कीमतों के चलते उसकी मिठास कड़वी हो रही थी. जिसके बाद केंद्र सरकार ने चीनी के बढ़ते एक्सपोर्ट ( Sugar Export) पर नकेल कसने के लिए एक्सपोर्ट की लिमिट ( Export Limit) लगाने का फैसला ले लिया. सरकार ने फैसले को लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. लेकिन सरकार के इस फैसले ने चीनी कंपनियों के शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों के मुंह का स्वाद बिगाड़ दिया है. बीते दो दिनों से चीनी कंपनियों के शेयरों की खुब पिटाई हो रही है. मंगलवार को सरकार के फैसले लेने के बाद बुधवार को शेयर बाजार खुलने के बाद चीनी कंपनियों के शेयरों के भाव औंधे मुंह गिर गए.
चीनी कंपनियों के शेयरों की मिठास हुई फीकी
चीनी कंपनियों के शेयरों में सरकार के फैसले के बाद जबरदस्त गिरावट देखी जा रही है. Dwarikesh Sugar के शेयर में 9.43 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है तो Balrampur Chini 8 फीसदी गिरा हुआ है. Triveni Sugar में 5.86% , Dalmia Bharat Sugar 7.76%, Mawana Sugar के शेयर में 5 फीसदी की गिरावट है.
भारत है चीनी का बड़ा एक्सपोर्टर
भारत दुनिया में चीनी का सबसे उत्पादक देश है. वहीं ब्राजील ( Brazil) सबसे बड़ा एक्सपोर्टर देश है, उसके बाद भारत का नंबर आता है. दरअसल अक्टूबर 2021 से लेकर अप्रैल 2022 के बीच में चीनी कंपनियों ने खुब चीनी एक्सपोर्ट किया है. सरकार ने 10 मिलियन टन चीनी का एक्सपोर्ट लिमिट तय कर दिया है. जबकि इससे पहले वर्ष 2020-21 में करीब 72 लाख टन चीनी का एक्सपोर्ट किया गया था.
क्यों सरकार ने लगाई लिमिट
उपभोक्ता मंत्रालय ( Ministry Of Consumer Affair) के प्राइस मॉनिटरिंग डिविजन ( Price Monitoring Division) के मुताबिक 23 मई को घरेलू बाजार में चीनी का औसत मुल्य 41.58 रुपये प्रति किलो था. वहीं अधिकत्तम मुल्य 53 रुपये प्रति किलो तो न्यूनत्तम मुल्य 35 रुपये प्रति किलो है. चीनी की बढ़ती कीमतों के चलते उन वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ रही थी जिसमें चीनी का का इस्तेमाल होता है. मिठाईयां से लेकर बिस्कुट, चॉकलेट और सॉफ्ट ड्रिंक्स के दामों में भी उछाल देखा जा रहा था. जिसके चलते महंगाई पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने चीनी की एक्सपोर्ट लिमिट तय की है.
1 जून से नया नियम लागू
सरकार ने चीनी के रिकॉर्ड एक्सपोर्ट्स के बाद चीनी के निर्यात पर लिमिट तय करने को लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. इस सीजन में चीनी कंपनियां केवल 10 मिलियन टन चीनी ही एक्सपोर्ट कर सकेंगी. डीजीएफटी ने इस बाबत नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. 1 जून से लेकर 31 अक्टूबर के बीच 10 मिलियन टन चीनी एक्सपोर्ट लिमिट पूरा होने तक चीनी कंपनियां एक्सपोर्ट कर सकेंगी.
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