Sundar Pichai Google CEO: भारतीय मूल के गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (Google CEO Sundar Pichai) को बिजनेस के सेक्टर के लिए साल 2022 का पद्म भूषण (Padma Bhushan) सम्मान दिया गया है. ध्यान देने वाली बात ये है कि सुंदर पिचाई भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं. भारत के राजदूत तरणजीत सिंह सिंधू ने अमेरिका (America) के सैन फ्रांसिस्को में गूगल (Google) और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) को यह सम्मान दिया है. इस मौके पर सुंदर पिचाई ने कहा कि मेरी इस सफलता के पीछे मेरे परिवार का बहुत बड़ा हाथ रहा है. मैंने एक ऐसे परिवार में जन्म लिया जहां पढ़ने और सीखने पर बहुत जोर दिया जाता था.


पिता ने साल भर की सैलरी से खरीदा टिकट


आपको बता दें कि दुनिया के दिग्गज कंपनी गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) दुनिया के सबसे महंगे सीईओ में से एक हैं. उनका जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था. उन्होंने बताया कि वह हमेशा अपनी जमीन से जुड़े रहे हैं. जब उनका दाखिला अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुआ था तो उनके पिता ने अपने साल भर की सैलरी उनके टिकट पर खर्च कर दी थी.


उसके साथ ही अमेरिका जाने के लिए वह पहली बार फ्लाइट में बैठे थे. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वह की दिनों तक अपने घर बात नहीं कर पाते थे क्योंकि उस समय ISD कॉल 2 डॉलर प्रति मिनट की होती थी. ऐसे में इतना ज्यादा खर्च करना वह अफोर्ड नहीं कर सकते थें. इसके साथ ही उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि बचपन में उनके घर पर टेलीविजन और फोन की सुविधा भी नहीं था.


पद्म भूषण मिलने पर सुंदर पिचाई ने कही यह बात-


भारत के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान पद्म भूषण को प्राप्त करने के बाद सुंदर पिचाई ने कहा कि भारत हमेशा से उनकी पहचान में शामिल रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत अब टेक्नोलॉजी के मामले में बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है. ऐसे में गूगल भारत की इस डिजिटल क्रांति में अपना पूरा साथ देने को तैयार है.


दुनिया के सबसे महंगे सीईओ में से एक हैं सुंदर पिचाई


आपको बता दें 50 साल के सुंदर पिचाई दुनिया के सबसे महंगे सीईओ में से एक हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार सुंदर पिचाई गूगल के लिए बेस सैलरी के रूप में साल 2020 में 2 मिलियन डॉलर यानी 15 करोड़ रुपये लेते थे. वहीं अल्फाबेट के लिए वह बेस सैलरी 7.4 मिलियन डॉलर यानी 52 करोड़ हो गई थी. उनकी नेट वर्थ करीब 5300 करोड़ रुपये की है. आपको बता दें कि साल 2015 में सुंदर पिचाई ने गूगल की कमान संभाली थी. इसके बाद साल 2019 में उन्हें गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट का भी सीईओ बना दिया गया था.


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