चीनी सामानों पर सरकार की सख्ती का असर दिखने लगा है. प्रतिबंध से सप्लाई चेन में आ रही दिक्कतों की वजह से स्मार्टफोन की बिक्री में हर सप्ताह 30 से 40 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है. स्मार्टफोन की अच्छी मांग होने के बावजूद भी आयात और प्रोडक्शन की दिक्कतों की वजह से स्मार्टफोन की बिक्री घट गई है.इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक स्मार्टफोन मार्केट ट्रैकर्स काउंटरप्वाइंट रिसर्च और इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन का कहना है कि ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों जगह स्मार्टफोन की सप्लाई में कमी आ रही है. स्टॉक में कमी आ गई है. कस्टम क्लियरेंस में देरी की वजह से इस महीने भी स्मार्टफोन की सप्लाई में दिक्कतें जारी रहेंगीं.


चीनी सामानों की क्लियरेंस में देरी से और बढ़ी दिक्कत 


एक बड़ी एजेंसी ने अप्रैल-जून में अपने शिपमेंट में मोबाइल फोन की भारी कमी का अनुमान लगाया है. यह एजेंसी 1 करोड़ 60 लाख स्मार्टफोन का आयात करती है.काउंटरप्वाइंट के मुताबिक जुलाई में पूरे महीने भर स्मार्टफोन की सप्लाई की दिक्कतें रहेंगी क्योंकि इनके पार्ट्स की शिपिंग, असेंबलिंग और डिस्ट्रीब्यूशन में दिक्कतें आएंगीं.


दरअसल स्मार्टफोन के कंपोनेंट के आयात की खेप भारतीय बंदरगाहों पर क्लियरेंस के लिए रुकी हुई है. खास कर चीन से आने वाली खेप की क्लियरेंस में देरी हो रही है. स्मार्टफोन असेंबलिंग फैक्टरियों में भी काम नहीं हो रहा है. लॉकडाउन में छूट के बावजूद वर्क फोर्स काफी घट गई  है. सोशल डिस्टेंस के रूल फॉलो करने की वजह से कामगारों की घटी संख्या का असर प्रोड्क्शन पर पड़ा है.आईडीसी का कहना है कि हालात सामान्य होने में अभी लंबा वक्त लगेगा. पहले लग रहा था सप्लाई चेन की दिक्कतें जल्दी दूर हो जाएंगी. लेकिन अब लग रहा है कि इसमें वक्त लगेगा. चीन विरोधी माहौल की वजह से भी सप्लाई में दिक्कतें आएंगीं.