Supreme Court: नारियल तेल का छोटा पैक है खाने का तेल या हेयर ऑयल? सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनाएगा फैसला
GST Rate: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ये निर्भर करेगा कि नारियल तेल के छोटे पैक पर 5 फीसदी जीएसटी लगेगा या 18 फीसदी जीएसटी.
Coconut Oil: नारियल तेल (Coconut Oil) के 200 एमएल का पैक का इस्तेमाल एडिबल ऑयल (Edible Oil) यानि खाने के तेल के तौर पर किया जाता है या बालों में लगाने के लिए? पिछले 15 सालों से ये मामला टैक्स ट्राइब्यूनल से लेकर अदालत की चौखट में घूम रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि 200 एमएल नारियल तेल का पैक खाने के तेल की श्रेणी में आएगा या हेयरकेयर प्रोडक्ट की श्रेणी में? जल्द ही सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) इस बात को लेकर अपना फैसला सुनाने वाला है. 17 अक्टूबर, 2024 को कोर्ट ने सुनवाई पूरी होने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना (Chief Justice Sanjeev Khanna) और जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस आर महादेवन की बेंच ये तय करेगी छोटे बॉटल वाले नारियल तेल को खाने का तेल माना जाए या हेयर ऑयल. इस बात को लेकर विवाद की शुरुआत 2009 में हुई जब सेंट्रल एक्साइज एंड सर्विसेज अपलेट ट्राईब्यूल (Central Excise And Services Appellate Tribunal) ने अपने आदेश ने कहा कि छोटे नारियल तेल के पैक को सेंट्रल एक्साइज टैरिफ एक्ट (Central Excise Tariff Act) के तहत खाने का तेल माना जाए. रेवेन्यू डिपार्टमेंट (Revenue Department) ने सेंट्रल एक्साइज एंड सर्विसेज अपलेट ट्राईब्यूल के आदेश के चुनौती देते हुए कहा कि छोटे नारियल तेल के पैक को हेयर ऑयल माना जाए जिसपर ज्यादा टैक्स लगता है. साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट के बेंच ने विभाजित निर्णय जारी किया जिसके बाद तीन जजों के बेंच का गठन किया गया.
200 एमएल पैक में बेचे जाने वाले नारियल तेल पर खाने के तेल के समान टैक्स लगाया जाए या हेयरकेयर प्रोडक्ट के तौर पर? सु्प्रीम कोर्ट ने 17 अक्टूबर 2024 को इस मामले पर सुनवाई पूरी होने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. मौजूदा समय में खाने के तेल पर 5 फीसदी जीएसटी (Goods And Services Tax) लगता है तो हेयरकेयर प्रोडक्ट पर 18 फीसदी लगाने का प्रावधान है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 200 एमएल पैक वाले नारियल तेल का दाम निर्भर करेगा.
मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट का आदेश मल्टी-यूज प्रोडक्ट के तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली चीजों का क्लासिफिकेशन तय करेगा. ऐसे प्रोडक्ट्स में ओलाइव ऑयल (Olive Oil), तिल के बीज का तेल (Sesame Seed Oil) और बादाम का तेल (Peanut Oil) शामिल है जिसका इस्तेमाल खाने के तेल के अलावा कॉस्मैटिक इस्तेमाल के लिए भी किया जाता है. अगर कोर्ट ने 200 एमएल के पैक वाले नारियल तेल को हेयर ऑयल माना तो मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को ऐसा पैक वाले नारियल तेल की कीमतों में इजाफा करना पड़ सकता है.
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