No Confidence Motion: लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है. अविश्वास प्रस्ताव मणिपुर में हिंसा रोकने में केंद्र सरकार की नाकामी के बाद विपक्ष लेकर आया है. लेकिन अविश्वास प्रस्ताव के बहाने विपक्षी दलों के नेताओं ने बढ़ती महंगाई को लेकर जमकर मोदी सरकार को खरी-खोटी सुनाई.  महिला सांसद एनसीपी की सुप्रिया सुले और समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव ने चर्चा के दौरान कमरतोड़ महंगाई का मुद्दा सदन में उठाया. 


महंगाई को लेकर मोदी सरकार पर हमला 


मोदी सरकार की नौ साल की उपलब्धियां गिनाने पर कटाक्ष करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि इनकी नौ साल के शासन में महंगाई आसमान छू रही है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ये वही लोग हैं जो बहुत हुई महंगाई की मार का ताना दे रहे थे. महंगे रसोई गैस का असर कर्नाटक विधानसभा चुनाव में नजर आ गया.  सुप्रिया सुले ने कहा कि केवल टमाटर ही नहीं बल्कि प्याज, आटा, दाल चावल, तेल, चाय और दूध सभी का भाव आज आसमान छू रहा है. सुप्रिया सुले ने कहा कि यूपीए की सरकार थी तो ये सभी चीजों की थाली 500 रुपये के भीतर में आ जाती थी और अब भाव 1,000 रुपये के ऊपर जा पहुंचा है. 


मिडिल क्लास से लेकर गरीब महंगाई से परेशान 


सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आज की तारीख में महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा है. उन्होंने कहा कि मिडिल क्लास से लेकर गरीब सभी महंगाई से परेशान है. उन्होंने कहा महंगी स्कूल की फीस, मेडिकल बिल, घर का किराया, महंगी बिजली से लेकर महंगा पेट्रोल डीजल और केरोसिन ऑयल लोगों को परेशान कर रहा है. 






महंगाई रोकने में सरकार नाकाम 


टीएमसी के सांसद सौगात रॉय ने भी अविश्वास प्रस्ताव बोलते हुए महंगाई को लेकर मोदी सरकार को घेरा. सौगात रॉय ने कहा कि महंगाई को रोकने में विफलता सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है. उन्होंने कहा कि टमाटर 250 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है. सौगात रॉय ने कहा कि आज एलपीजी सिलेंडर 1200 रुपये में मिल रहा है. पेट्रोलियम पदार्थों पर ड्यूटी बढ़ाकर सरकार को 27 लाख करोड़ रुपये की आय हुई है. पेट्रोल 106 और डीजल 96 रुपये प्रति लीटर में मिल रहा है.


जाहिर है अविश्वास प्रस्ताव के बहाने ही सही विपक्षी दलों को संसद में महंगाई को लेकर मोदी सरकार को घेरने का बड़ा हथियार मिल गया है. 


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