Swiggy and Zomato: जोमाटो और स्विगी ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेक्टर की दिग्गज कंपनियां हैं. लोगों को ऑनलाइन फूड मंगवाने का चस्का लगाने के बाद ये कंपनियां लगातार अपनी प्लेटफॉर्म फीस (Platform Fees) में इजाफा करती जा रही हैं. प्लेटफॉर्म फीस की शुरुआत पिछले साल मात्र 2 रुपये से की गई थी. अब यह फीस बढ़कर 6 रुपये हो चुकी है. इससे खफा होकर बेंगलुरु स्थिति एक कंपनी के सीईओ ने इन दोनों ही प्लेटफॉर्म से खाना ऑर्डर करना बंद कर दिया है. 


कस्टमर को तंग करने वाली है प्लेटफॉर्म फीस 


कैपिटल माइंड (Capitalmind) के सीईओ दीपक शेनॉय (Deepak Shenoy) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि प्लेटफॉर्म फीस कस्टमर को तंग करने वाली है. इसलिए मैंने अब स्विगी और जोमाटो से दूरी बनाना शुरू कर दिया है. ऐसा करके मैं बहुत खुश हूं. उन्होंने लिखा कि यह कंपनियां हर ऑर्डर पर कस्टमर से 6 रुपये ले रही हैं. इसके अलावा ये लोग रेस्टोरेंट से भी 30 फीसदी लेते हैं. कई मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी आशंका जताई गई है कि जोमाटो जल्द ही अपनी प्लेटफॉर्म फीस को बढ़ाकर 10 रुपये करने वाली है. 


सीधा रेस्टोरेंट से ऑर्डर करने पर मिल रही छूट 


दीपक शेनॉय ने बताया कि वह स्विगी और जोमाटो से हफ्ते में कम से कम 12 बार ऑर्डर करते थे. अब वह हफ्ते या दो हफ्ते में एक बार ही खाना ऑर्डर करते हैं. उन्होंने लिखा कि अब मैं घर में बने हुए खाने को प्राथमिकता देने लेगा हूं, जो कि स्वस्थ आदत भी है. दीपक शेनॉय के मुताबिक, ऑनलाइन फूड ऑर्डर करना सिर्फ आराम की बात नहीं है. प्लेटफॉर्म फीस हद से ज्यादा बढ़ती जा रही है. अगर आप सीधा रेस्टोरेंट से ऑर्डर करें तो वो आपको काफी छूट भी देते हैं. 




एप पर बढ़े हुए दिखते हैं खाने-पीने की चीजों के दाम 


उनकी इस पोस्ट पर एक यूजर ने लिखा कि इन कंपनियों के एप पर खाने-पीने की चीजों के दाम भी बढ़े हुए होते हैं. रेस्टोरेंट के मेन्यू में जो डिश 295 रुपये की है, उसका दाम जोमाटो पर 365 रुपये दिख रहा है. उन्होंने जोमाटो और स्विगी को डिलीट कर दिया है. साथ ही फैसला लिया है कि अब बाहर के खाने का प्लान बनने पर बाहर जाकर ही खाना खाएंगे.


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