Initial Public Offering: आईपीओ बाजार का बढ़ा तापमान, सेबी ने स्विगी, हुंडई मोटर और विशाल मेगा मार्केट के IPO लॉन्च पर लगाई मुहर
IPO Watch: रेगुलेटर सेबी ने स्विगी इंडिया, हुंडई मोटर, विशाल मेगा मार्ट को आईपीओ लाने के लिए अपना ऑब्जर्वेशन लेटर जारी कर दिया है.
Initial Public Offering Update: आने वाले त्योहारी सीजन (Festive Season) में आईपीओ मार्केट (IPO Market) में बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है. ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी स्विगी (Swiggy), हुंडई मोटर ( Hyundai Motor) और विशाल मेगा मार्ट (Vishal Mega Mart) के आईपीओ के लॉन्च होने का रास्ता साफ हो गया है. शेयर बाजार के रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने इन तीनों ही कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है.
स्विगी के आईपीओ को हरी झंडी
स्विगी इंडिया ने 30 अप्रैल 2024 को आईपीओ लॉन्च करने के लिए सेबी के पास ड्रॉफ्ट पेपर फाइल किया था. सेबी ने 24 सितंबर 2024 को कंपनी को अपना ऑब्जर्वेशन लेटर जारी कर दिया है. स्विगी ने रेगुलेटर के पास अपडेटेड ड्राफ्ट पेपर भी दाखिल किया था जिसके मुताबिक कंपनी 3750 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू यानि नए शेयर्स जारी कर जुटाएगी साथ में ऑफर फॉर सेल (Offer For Sale) के जरिए 6000 करोड़ रुपये जुटाने की भी योजना हैं जिसमें निवेशक कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. यानि कंपनी आईपीओ के जरिए 10,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है.
हुंडई मोटर के आईपीओ को सेबी की इजाजत
सेबी ने देश की दूसरी सबसे बड़ी पैसेंजर कार कोरियाई कंपनी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड को भी आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. हुंडई मोटर आईपीओ के जरिए 25000 करोड़ रुपये जुटाएगी जो साइज के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. हुंडई मोटर को भी सेबी ने ऑब्जर्वेशन लेटर जारी कर दिया है.
विशाल मेगा मार्ट के आईपीओ को मिली मंजूरी
सेबी ने विशाल मेगा मार्ट के आईपीओ लॉन्च पर भी अपनी मुहर लगा दी है. विशाल मेगा मार्ट ने जुलाई 2024 में पहले गोपनीय ड्रॉफ्ट पेपर दाखिल किया था. ये माना जा रहा है कि कंपनी आईपीओ के जरिए बाजार से 8400 करोड़ रुपये जुटा सकती है. विशाल मेगा मार्ट को सेबी ने 25 सितंबर को ऑब्जर्वेशन लेटर जारी किया है. इसके अलावा सेबी ने एक्मे सोल होल्डिंग्स और ममला मशीनरी लिमिटेड को भी आईपीओ लाने की इजाजत दे दी है. जिन कंपनियों को आईपीओ लाने के लिए ऑब्जर्वेशन लेटर जारी किया जाता है उस दिन से एक साल के भीतर कंपनी के लिए आईपीओ लाना जरूरी है. वर्ना फिर से सेबी से मंजूरी लेनी पड़ती है.
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