SEBI: मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने आखिरकार स्विगी (Swiggy) के आईपीओ के लिए रास्ता साफ कर दिया है. सेबी ने फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी को आईपीओ के लिए मंगलवार को मंजूरी दे दी है. कंपनी का लगभग 11000 करोड़ रुपये का आईपीओ नवंबर में आ सकता है. सेबी ने स्विगी से कहा है कि उसे आईपीओ लाने से 21 दिन पहले दस्तावेज अपडेट (UDRHP) करके देने होंगे. इसके साथ ही साल 2024 में एक और बड़े आईपीओ का आना लगभग तय हो चुका है. 


5000 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे 


मनी कंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से दी रिपोर्ट में कहा है कि स्विगी ने कॉन्फिडेंशिअल रूट से आईपीओ के दस्तावेज दाखिल किए थे. अभी इस आईपीओ की फाइनल डेट तय नहीं हुई है लेकिन, इसका नवंबर में आना लगभग तय माना जा रहा है. स्टॉक मार्केट पर विभिन्न कंपनियों के आईपीओ द्वारा किए जा रहे शानदार प्रदर्शन के चलते स्विगी इसमें देरी नहीं करना चाहेगी. इस आईपीओ में लगभग 5000 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी करने के साथ ही बड़ा ऑफर फॉर सेल भी हो सकता है. इस आईपीओ के जरिए कंपनी 15 अरब डॉलर की वैल्यूएशन हासिल करना चाहती है. कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने आईपीओ लाने की मंजूरी अप्रैल में दी थी.


मुनाफे में चल रहा स्विगी का फूड डिलीवरी बिजनेस 


स्विगी को सॉफ्टबैंक (Softbank) से समर्थन हासिल है. कंपनी को वित्त वर्ष 2024 में 5,476 करोड़ रुपये रेवेन्यू हासिल हुआ था. कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाही में करीब 1600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. हालांकि, स्विगी का फूड डिलीवरी बिजनेस मुनाफे में है. उनकी सब्सिडियरी इंस्टामार्ट (Instamart) का कारोबार फिलहाल नुकसान में चल रहा है. उधर, स्विगी की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी कंपनी जोमाटो (Zomato) पहले ही स्टॉक मार्केट पर लिस्ट हो चुकी है और उसके शेयरों की वैल्यू तेजी से बढ़ती जा रही है. फिलहाल जोमाटो की मार्केट वैल्यू करीब 27 अरब डॉलर हो चुकी है.


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