Swiggy IPO: स्विगी ने आईपीओ के दस्तावेज किए जमा, 10000 करोड़ रुपये का होगा इश्यू
Swiggy: स्विगी ने आईपीओ दस्तावेज जमा करने के लिए सेबी के पास कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग की है. इस रास्ते से उसे आईपीओ लाने के लिए 6 महीने का अतिरिक्त समय मिल जाएगा.
Swiggy: फूड डिलीवरी दिग्गज स्विगी (Swiggy) ने आखिरकार आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा कर ही दिए हैं. कंपनी ने आईपीओ लाने के लिए दस्तावेज मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) को सौंप दिए हैं. स्विगी का आईपीओ (Swiggy IPO) 10 हजार करोड़ रुपये (1.25 अरब डॉलर) से भी बड़ा होगा. कंपनी के शेयरहोल्डर्स (Swiggy Shareholders) ने इस आईपीओ को एक दिन पहले ही मंजूरी दी थी. कंपनी ने आईपीओ के लिए सेबी के पास कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग की है.
सेबी के पास की आईपीओ दस्तावेज की कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, सेबी अब इन दस्तावेज की जांच करेगा और आईपीओ को जल्द ही मंजूरी मिल सकती है. कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग के तहत बिजनेस के डिटेल पब्लिक नहीं किए जाते हैं. सामान्यतः कंपनियां सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हियरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा कराती हैं. डीआरएचपी का रास्ता अपनाने से यह जनता के लिए तुरंत उपलब्ध हो जाता है. इस रास्ते को पहली बार नवंबर, 2022 में मंजूरी दी गई थी. रेगुलर फाइलिंग में सेबी की मंजूरी 12 महीने के लिए वैध होती है. वहीं, कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग में आईपीओ लाने के लिए कंपनी के पास 18 महीने का समय होता है.
3,750 करोड़ का फ्रेश इश्यू और 6,664 करोड़ रुपये का ओएफएस होगा
जानकारी के अनुसार, कंपनी इस आईपीओ के जरिए लगभग 3,750 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू के जरिए जुटाना चाहती है. साथ ही इसमें 6,664 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर (OFS) सेल भी होगा. कंपनी इस आईपीओ की तैयारी में मार्च, 2022 से ही जुटी हुई थी. स्विगी की पिछली रेगुलेटरी फाइलिंग से पता चला था कि कंपनी लगभग 750 करोड़ रुपये एंकर इनवेस्टर्स से जुटाने की कोशिश करेगी. स्विगी ने अभी इस मामले में कहा है कि हम मार्केट में लगाए जा रहे अंदाजों पर फिलहाल कुछ नहीं कहना चाहते. सही समय आने पर पूरी जानकारी दी जाएगी.
ओयो और टाटा प्ले ने भी आईपीओ लाने के लिए अपनाया था यही रास्ता
कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग के जरिए आईपीओ दस्तावेज जमा करने वाली स्विगी दूसरी बड़ी कंपनी बन गई है. सॉफ्ट बैंक से समर्थित ओयो (Oyo) पिछले साल ऐसा पहला स्टार्टअप बना था. टाटा प्ले (टाटा स्काई) ऐसी पहली कंपनी थी, जिसने आईपीओ लाने के लिए कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग रूट का इस्तेमाल किया था. जनवरी, 2022 में स्विगी की वैल्यूएशन 10.7 अरब डॉलर आंकी गई थी. कंपनी के फाउंडर एवं सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने जनवरी में मनी कंट्रोल से कहा था कि वह आईपीओ लाने की तैयारियों में जुटे हुए हैं. वह स्विगी को एक पब्लिक लिस्टेड कंपनी की तरह चलाना चाहते हैं.
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