Swiggy Instamart Rates: फूड टेक और ग्रॉसरी डिलिवरी प्लेटफॉर्म स्विगी के कस्टमर्स को झटका लगने वाला है. स्विगी इंस्टामार्ट के जरिए काफी संख्या में ग्राहक क्विक कॉमर्स से जुड़ी अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं जैसे ग्रॉसरी, फूड आइटम्स या अन्य घरेलू चीजें मंगवाते हैं. अब स्विगी अपने इंस्टामार्ट प्लेटफॉर्म की डिलिवरी चार्ज बढ़ाने पर फोकस कर रही है. 3 दिसंबर को कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) राहुल बोथरा ने ये जानकारी दी है.


क्यों लिया स्विगी ने डिलिवरी फीस बढ़ाने का फैसला


मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक स्विगी ने अपनी इंस्टामार्ट यूनिट के मुनाफे को बढ़ाने के लिए ये फैसला लिया है. राहुल बोथरा ने कहा कि कंपनी के ओवरऑल फीस कंस्ट्रक्शन मॉडल को देखें तो एक निश्चित अमाउंट सब्सिडी के तौर पर स्विगी के सब्सिक्रप्शन प्रोग्राम और यूजर्स से ली गई फीस पर लागू होता है. समय के साथ डिलिवरी फीस बढ़ाने की अपेक्षा होती है और इसी कारण से स्विगी इंस्टामार्ट के डिलिवरी चार्ज को बढ़ाने का प्लान है.


कितने बढ़ सकते हैं रेट्स


स्विगी के सीएफओ ने इस बात की जानकारी दी है कि कंपनी कैसे अपने इंस्टामार्ट के रेट्स या कमीशन को मौजूदा 15 फीसदी से बढ़ाकर भविष्य में 20-22 फीसदी पर ले जाने वाली है. इसके साथ ही प्लेटफॉर्म पर आने वाले विज्ञापनों के जरिए भी कमाई बढ़ाने का प्लान कर रही है जो कंपनी के मार्जिन बढ़ाने में मददगार साबित होगा. राहुल बोथरा ने हालांकि ये नहीं बताया कि कौन से समय से ये बदले हुए चार्ज वसूले जाएंगे. 


घोषित हो चुके हैं स्विगी के तिमाही नतीजे


स्विगी के वित्त वर्ष 2025 के दूसरी तिमाही नतीजों में इंस्टामार्ट का मुनाफा बढ़कर 513 करोड़ रुपये पर आ चुका है जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 240 करोड़ रुपये पर था. इस तरह ये स्विगी के लिए सबसे महत्वपूर्ण डिवीजन में से एक है. अगर इसकी तुलना ब्लिंकिट से की जाए तो वहां मुनाफे का ये आंकड़ा 1156 करोड़ रुपये का है, इससे संकेत मिलता है कि स्विगी को अपने पैर मजबूती से जमाने होंगे.


स्विगी ने लगातार बढ़ाई फूड डिलिवरी की प्लेटफॉर्म फीस


साल 2023 अप्रैल में स्विगी फूड डिलिवरी के लिए 2 रुपये प्रति ऑर्डर फीस वसूलती थी जो कि अब डेढ़ साल (करीब 18 महीने) के अंदर बढ़कर 10 रुपये प्रति ऑर्डर हो चुकी है यानी पहले से 5 गुना ज्यादा हो चुकी है. कंपनी ने कुछ महीने पहले फूड डिलिवरी पर फीस ऊंची की थी जो अभी भी ऊंची ही है.


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