नई दिल्ली: खाने की होम डिलीवरी करने वाली कंपनी स्विगी अगले कुछ दिनों में अपने करीब 1100 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है. कंपनी ने कहा कि कोरोना वायरस संकट की वजह से उसके व्यवसाय पर नकारात्मक असर पड़ा है. इसलिए वह देशभर में फैले अपने अलग-अलग दफ्तरों और मुख्य कार्यालय में कर्मचारियों की संख्या कम करेगी.
कर्मचारियों को भेजा मेल
कर्मचारियों को भेजे एक ई-मेल में स्विगी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ‘‘आज स्विगी के लिए सबसे दुखद दिन है, क्योंकि हमें कर्मचारियों की दुर्भाग्यपूर्ण छंटनी के दौर से गुजरना है.’’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने कंपनी को तोड़कर रख दिया है और अभी भी सिर्फ अनिश्चितता बनी हुई है. इस वजह से उसे मजबूरन आगे के लिए कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं. हमें अपनी लागत कम करनी है और आगे की अनिश्चितताओं को देखते हुए किसी भी जोखिम से बचना है.
क्लाउड किचन पर पड़ी मार
अगले 18 महीने के दौरान व्यवसाय में उथल-पुथल की आशंका के चलते कंपनी अपने कारोबार का स्तर कम रही है. साथ ही जुड़े हुए अन्य कारोबार बंद कर रही है. कंपनी के इस कदम की सबसे बुरी मार उसके ‘खुद की रसोइयों’ (क्लाउड किचन) पर पड़ी है. क्लाउड किचन ऐसी रसोइयां होती हैं, जहां ऑनलाइन ऑर्डर के आधार पर खाना बनाकर ऑनलाइन माध्यम से ही डिलीवर कर दिया जाता है. इन रसोइयों का खुद का कोई रेस्तरां इत्यादि नहीं होता.
उन्होंने कहा कि चूंकि इस संकट ने हमारे मुख्य व्यवसाय को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम अब भारत में ई-कॉमर्स और होम डिलीवरी में प्रवेश करने के मोड़ पर हैं. यह हमें किराने और अन्य सेवा उत्पादों को जारी रखने के अवसर देता है जिसके बारे में हमें लगता है कि हम आगे भी अच्छा प्रदर्शन जारी रख सकेंगे.
कोरोना वायरस संकट के चलते हो रही हैं छंटनी
बता दें कि कोरोना वायरस संकट के कारण कई अलग-अलग सेक्टर्स से ऐसी खबरें आ रही हैं जहां कंपनियां या तो छंटनी कर रही हैं या अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती कर रही हैं.
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