Swiggy का बड़ा एलानः 18 महीनों में 3 लाख लोगों को देगी रोजगार, हासिल करेगी ये बड़ा रुतबा
देश में बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है और ऐसे में जरूरी हैं कि कंपनियां आगे आकर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में काम करें. कुछ संस्थान ऐसा कर भी रहे हैं और नए-नए जॉब क्रिएशन के मौके उपलब्ध करा रहे हैं.
नई दिल्लीः देश में बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है और ऐसे में जरूरी हैं कि कंपनियां आगे आकर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में काम करें. कुछ संस्थान ऐसा कर भी रहे हैं और नए-नए जॉब क्रिएशन के मौके उपलब्ध करा रहे हैं. इसी दिशा में अब फूड डिलीवरी करने वाले ऑनलाइन प्लेटफॉर्म स्विगी ने बड़ा कदम उठाया है. कंपनी ने हाल ही में एलान किया है कि आने वाले 18 महीनों यानी डेढ़ साल में वो करीब 3 लाख लोगों की भर्ती करेगी.
अगर स्विगी अपने कहे मुताबिक आने वाले 18 महीनों में 3 लाख लोगों की भर्ती करती है तो वो निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी एंप्लॉयर बन जाएगी. जानकारी के लिए बता दें कि इस समय देश की सबसे बड़ी निजी एंप्लॉयर कंपनी होने का खिताब टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विस) के नाम पर है. इसके पास करीब 4.5 लाख एंप्लाई हैं और अगर स्विगी 3 लाख लोगों की भर्ती करती है तो इसके कर्मचारियों की संख्या करीब 5 लाख हो जाएगी. इस समय स्विगी के पास करीब 2 लाख से ज्यादा डिलीवरी स्टाफ हैं और आठ हजार से ज्यादा परमानेंट कॉर्पोरेट कर्मचारी हैं.
स्विगी के को-फाउंडर और सीईओ हर्ष मजेटी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में इस बात का एलान किया और उम्मीद जताई कि इतनी भारी संख्या में एंप्लाई की भर्ती करने के बाद वो देश की तीसरी सबसे बड़ी एंप्लॉयर के रूप में स्थापित होगी. क्योंकि खास बात ये भी है कि अगर स्विगी 3 लाख लोगों को रोजगार देगी तो इसके एंप्लाई की संख्या बढ़कर 5 लाख हो जाएगी और इस तरह से ये देश में इंडियन आर्मी और इंडियन रेलवे के बाद सबसे ज्यादा एंप्लॉयमेंट देने वाली संस्था बन जाएगी. इंडियन आर्मी में करीब साढ़े बारह लाख और इंडियन रेलवे में करीब 12 लाख एंप्लॉई इस समय काम कर रहे हैं.
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स्विगी के जॉब प्रोफाइल में है ये फर्क हालांकि स्विगी में जॉब पाने वाले लोगों के लिए एक फर्क ये होगा कि उन्हें फुल टाइम एंप्लाई के रूप में काम नहीं मिलेगा. स्विगी में काम करने वाले लोग ज्यादातर लोग डिलीवरी स्टाफ के रूप में काम पाएंगे और इनकी परमानेंट एंप्लाई के तौर पर भर्ती नहीं होगी.
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