Eye of providence: डॉलर संयुक्त राज्य अमेरिका की नेशनल करेंसी है, जिसे दुनिया का सबसे शक्तिशाली मुद्रा भी माना जाता है. वजह वैश्विक स्तर पर सबसे ज्यादा कारोबार इसी के जरिए होता है. अगर आप अमेरिकी डॉलर को ध्यान से देखे तो इसमें एक पिरामिड और इसके अंदर एक आंख नजर आता है. क्या आपको पता है कि इसका मतलब क्या है? चलिए आज इस खबर में हम आपको इसी की जानकारी देते हैं.
हर चीज पर आई ऑफ प्रोविडेंस की नजर
डॉलर पर पिरामिड और उसके अंदर आंख को आई ऑफ प्रोविडेंस कहा जाता है. यह ईसाई धर्म का प्रतीक है. इसे सर्वशक्तिमान ईश्वर की आंख माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि आई ऑफ प्रोविडेंस की हर चीज पर नजर है. यानी कि ईश्वर सब कुछ देख रहा है.
आई ऑफ प्रोविडेंस के प्रतीक का इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जा रहा है. इसका तात्पर्य ईश्वर के दिव्य मार्गदर्शन से भी है. यह सिंबल इतना लोकप्रिय है कि देश के कई अलग-अलग शहरों में आधिकारिक मुहरों पर इसका इस्तेमाल किया जाता है.
आई ऑफ होरस
हालांकि, कई इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि यह प्रतीक ईसाई धर्म से जुड़ा हुआ नहीं है, बल्कि इसे प्राचीन मिस्र में होरस की आंख से जोड़कर देखा जाता है, जिसे सिंबल ऑफ हीलिंग, प्रोटेक्शन, हेल्थ कहा जाता है. होरस को प्राचीन मिस्र में देवी-देवता आईसिस और ओसिरिस का बेटा कहा जाता है, जिसकी उसकी चाचा सेत ने राजगद्दी के लिए हत्या कर दी थी. सेत को गॉर्ड ऑफ वायलेंस भी माना जाता है.
होरस को मारकर सेत ने उसकी एक आंख को निकाल लिया और उसे छह टुकड़ों में बांटकर फेंक दिया. बाद में गॉड ऑफ मैजिक थोथ ने रिकवर कर लिया और उसका नामकरण देवी वाडजेट के नाम पर किया जो हेल्थ और होलनेस की प्रतीक है. होरस की आंख को प्रोटेक्शन के तौर पर भी देखा जाता है. मान्यता है कि यह बुराई और दुर्भाग्य को दूर करती है. इस तरह से आई ऑफ होरस की अवधारणा पूरी दुनिया में बेहद फेमस है.
इतना ही नहीं, डालर में बने पिरामिड के निचले हिस्से में MDCCLXXVI लिखा हुआ है. यह रोमन अंक है जिसका मतलब नंबर 1776 है यानी कि जिस दिन अमेरिका ने अपनी आजादी का ऐलान किया था.
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