एक 'विवादास्पद' विज्ञापन की वजह से टाटा समूह की कंपनी टाइटन का ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क सोशल मीडिया में निशाने पर आ गया. ट्विटर पर कुछ लोगों ने इस विज्ञापन का विरोध शुरू किया. 9 अक्टूबर को जारी इस विज्ञापन को डिजिटल मीडिया और टीवी पर लॉन्च किया गया था लेकिन इसका प्रसारण होते ही  #Boycott Tanishq हैशटेग के साथ इस विज्ञापन और तनिष्क ब्रांड के बहिष्कार की अपील की जाने लगी.


इस हंगामे की वजह से यह हैशटेग ट्रेंड करने लगा और 14 अक्टूबर को शेयर बाजार बंद होने तक इसके शेयरों की कीमत में खासी गिरावट दर्ज की जा चुकी थी. उस वक्त तक यह 32.40 यानी 2.58 फीसदी गिर कर 1224.35 रुपये पर पहुंच गई थी. इससे पहले 13 अक्टूबर को भी इसके शेयरों में थोड़ी गिरावट आई थी लेकिन यह इतनी ज्यादा नहीं थी.


टाइटन के शेयरों में गिरावट के बाद विज्ञापन की वापसी 


दरअसल इस ट्रेंड के दबाव में तनिष्क ने यह विज्ञापन वापस ले लिया क्योंकि त्योहारी सीजन में इससे ज्वैलरी की बिक्री पर असर पड़ सकता था. हालांकि बड़ी संख्या में लोगों ने इस विज्ञापन का समर्थन भी किया है. कुछ ब्रांड कंस्लटेंट्स का कहना है कि कंपनियों का काम सांप्रदायिक सद्भावना बढ़ाने का नहीं है. उन्हें इस तरह के विज्ञापन उतारने से पहले सोच-समझ कर फैसला लेना चाहिए था. लेकिन एक बार जब यह विज्ञापन उतार दिया गया हो तो इस पर डटे रहना चाहिए था. अगर कंपनियां इस तरह  के मूल्य में विश्वास करती हैं तो उन्हें इस विज्ञापन को वापस नहीं लेना चाहिए था. इससे ब्रांड लॉयल्टी को झटका लग सकता है.


टाइटन के शेयरों में दिख रही है अब रिकवरी  


बहरहाल, तनिष्क की ओर से इस विज्ञापन को वापस लेने के बाद बृहस्पतिवार को टाइटन के शेयरों में रिकवरी दिखाई दी. दोपहर 12.30 बजे तक इसके शेयर लगभग एक फीसदी की वापसी कर चुके थे. दोपहर 12.35 बजे टाइटन का शेयर 1233 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. टाइटन का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.20 लाख करोड़ रुपये का है. पिछले साल ही टाइटन की वैल्यू एक लाख करोड़ रुपये को पार कर गई थी.


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