नमक से लेकर इस्पात तक विभिन्न क्षेत्रों में अव्वल भूमिका रखने वाले टाटा समूह (Tata Group) ने अब एक और सेक्टर में दबदबा बनाने की पूरी तैयारी कर ली है. समूह ने अपने नए बिजनेस के लिए 7,600 करोड़ रुपये का फंड अलग रखा है. टाटा समूह अब फॉक्सकॉन (Foxconn) जैसी दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग (Electronics Manufacturing) कंपनियों को जबरदस्त टक्कर देने की तैयारी में है.


इससे पहले मिल चुकी है इतनी पूंजी


ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) के पास की गई फाइलिंग से नए फंड का पता चला है. टाटा समूह ने इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में प्रवेश करने के लिए कुछ समय पहले टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) नाम से नई कंपनी की शुरुआत की थी. होल्डिंग कंपनी टाटा संस से टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को 2022-23 के दौरान 608 करोड़ रुपये की पूंजी मिली थी, जो किसी एक वित्त वर्ष में सबसे ज्यादा था. इस तरह नई कंपनी की शुरुआत के बाद 3 सालों में उसे 1,820 करोड़ रुपये की पूंजी मिल चुकी है.


कंपनी ने आरओसी को दी जानकारी


टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए अथॉराइज्ड कैपिटल 2000 करोड़ रुपये है. वहीं पेड-अप कैपिटल 1,820 करोड़ रुपये हो चुकी है. इस तरह टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के पास अब इस्तेमाल करने के लिए 180 करोड़ रुपये की छोटी रकम की गुंजाइश बच रही है. कंपनी को फंडिंग बढ़ाने के लिए अथॉराइज्ड कैपिटल की लिमिट में बदलाव करने की जरूरत पड़ेगी.


रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को दी गई जानकारी के अनुसार, अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए 7,600 करोड़ रुपये का बंदोबस्त किया गया है. इसमें पैरेंट कंपनी टाटा संस के द्वारा डाली गई पूंजी और कर्ज दोनों शामिल हैं. फाइलिंग के अनुसार, कंपनी ने 5,799 करोड़ रुपये के कर्ज जुटाए हैं.


फॉक्सकॉन और डिक्सॉन को मिलेगी टक्कर


टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स समूह की नई कंपनी है. टाटा समूह ने इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट के विनिर्माण के क्षेत्र में उतरने के लिए इस कंपनी की स्थापना की है. टाटा समूह ताईवान की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों में से एक विस्ट्रॉन का एक प्लांट खरीदने की तैयारी में है. विस्ट्रॉन का संबंधित प्लांट कर्नाटक में बेंगलुरू के पास स्थित है और इस प्लांट में ऐपल के लिए आईफोन समेत कई अन्य उत्पाद बनाए जाते हैं. टाटा समूह की तैयारी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के जरिए इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में फॉक्सकॉन और डिक्सॉन जैसी दिग्गज कंपनियों को टक्कर देने की है.


टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की ये तैयारियां


ऐसा बताया जा रहा है कि विस्ट्रॉन के प्लांट को समूह की नई कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के माध्यम से ही खरीदा जाएगा. यह कंपनी तमिलनाडु में पहले से ही एक नया प्लांट बना रही है. तमिलनाडु में बन रहा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का यह नया प्लांट मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग के लिए है. वहीं विस्ट्रॉन के प्लांट का अधिग्रहण करने के बाद टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ऐपल के लिए आईफोन बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी बन जाएगी.


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