आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और सेमीकंडक्टर जैसी कटिंग एज टेक्नोलॉजी पर भारत में काम धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है. पिछले 24 घंटे में इसे लेकर 2 बड़े डेवलपमेंट हो चुके हैं और अब तीसरे की बारी आई हुई है. रॉयटर्स की मानें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद टाटा समूह भी अमेरिकी चिप कंपनी एनविडिया के साथ पार्टनरशिप का ऐलान कर सकता है.


रॉयटर्स की रिपोर्ट में दावा


रॉयटर्स की एक ताजी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि टाटा समूह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर अमेरिकी चिप कंपनी एनविडिया के साथ पार्टनरशिप का ऐलान कर सकता है. रिपोर्ट की मानें तो इस पार्टनरशिप का ऐलान आज शुक्रवार को ही हो सकता है.


रिलायंस ने किया ये ऐलान


इससे पहले देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और एनविडिया एआई को लेकर पार्टनरशिप का शुक्रवार को ऐलान कर चुकी हैं. दोनों कंपनियां मिलकर रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम यूनिट रिलायंस जियो के करोड़ों ग्राहकों के लिए एआई लैंग्वेज मॉडल और जेनरेटिव ऐप डेवलप करेंगी. इस पार्टनरशिप के तहत एनविडिया कम्प्यूटिंग पावर मुहैया कराएगी, जबकि रिलायंस जियो एआई क्लाउड इंफ्रा को मैनेज व मेनटेन करेगी और कस्टमर इंगेजमेंट का काम देखेगी.


फॉक्सकॉन को मिली नई पार्टनर


एक दिन पहले गुरुवार को ब्लूमबर्ग ने बताया था कि ताइवान की कांट्रैक्ट मैन्यूफैक्चरर फॉक्सकॉन ने भारत में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने के लिए नया पार्टनर खोज लिया है. फॉक्सकॉन पहले अनिल अग्रवाल की वेदांता के साथ मिलकर प्लांट लगाने वाली थी, लेकिन बाद में दोनों कंपनियों ने अपनी-अपनी अलग योजना बना ली. फॉक्सकॉन अब एसटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स एनवी के साथ प्लांट लगाएगी. यह प्लांट 40-नैनोमीटर चिप के लिए होगा.


एनविडिया का इस मामले में दबदबा


अमेरिकी कंपनी एनविडिया कम्प्यूटिंग सिस्टम के मामले में काफी आगे है. ओपनएआई का चैटजीपीटी भी एनविडिया के कम्प्यूटिंग सिस्टम से पावर्ड है. एनविडिया की शुरुआत गेमिंग और मल्टीमीडिया इंडस्ट्री के लिए 3डी ग्राफिक्स बनाने के लिए हुई थी. आज कंपनी कम्प्यूटिंग सिस्टम में लगभग एकाधिकार रखती है.


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