Tata Group in Talks With Fabindia: एथनिक कपड़ों के मशहूर ब्रांड फैब इंडिया के बारे में आपने सुना ही होगा और इसी से जुड़ी बड़ी खबर आई है. खबरें हैं कि टाटा समूह की फैब इंडिया को खरीदने के लिए समूह और कंपनी के बीच बातचीत चल रही है. टाटा समूह की फैब इंडिया के साथ अधिग्रहण से जुड़ी बातचीत चल रही है और इस बात के संकेत मिले हैं कि इसकी वैल्यू आरंभिक वैल्यूएशन या 2.5 बिलियन डॉलर के शुरुआती अनुमान से कम हो सकती है.
फैबइंडिया के प्रमोटर्स और स्टेकहोल्डर्स के साथ टाटा ग्रुप की चर्चा !
हिंदू बिजनेसलाइन की खबर के मुताबिक टाटा ग्रुप की एथनिक अपैरेल बिजनेस करने वाली कंपनी फैबइंडिया के प्रमोटर्स और स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा चल रही है और इस खरीदारी को पूरा करने से जुड़ा कोई बड़ा ऐलान जल्द हो सकता है. इस रिपोर्ट में ये भी जानकारी दी गई है कि जारी चर्चा में 2.5 बिलियन डॉलर के पहले के एस्टीमेट से निचले स्तर पर कोई सौदा हो सकता है. फैबइंडिया का आईपीओ लाने की योजना पूरी नहीं हो पाई थी.
डील हुई तो टाटा के पोर्टफोलियो को और समृद्ध करेगी कंपनी
अगर ये सौदा हो जाता है तो ये टाटा ग्रुप के लिए उसके पोर्टफोलियो में बड़ा वैल्यू ऐडीशन का काम करेगा और खासतौर से एथनिक वियर सेक्टर में इसके लिए मुनाफे का सौदा हो सकता है. टाटा की रिटेल शाखा ट्रेंट के तहत आने वाले ब्रांड वेस्टसाइड, जूडियो और यू के साथ-साथ ये ब्रांड इसके पोर्टफोलियो को और समृद्ध करेगा. हालांकि टाटा समूह और ट्रेंट किसी ने भी इस बारे में पूछ गए सवालों का जवाब नहीं दिया है और मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है. वहीं फैबइंडिया के प्रवक्ता ने ऐसी किसी भी चर्चा से फिलहाल इंकार कर दिया है. एबीपी न्यूज भी खबर की पुष्टि नहीं करता है.
फैबइंडिया झेल रही है घाटा
इस साल की शुरुआत में फैबइंडिया ने अपनी सब्सिडियरी ऑरगेनिक इंडिया को टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स को 1900 करोड़ रुपये की एंटरप्राइज वैल्यू पर बेच दिया था. इस फैसले को लेने के पीछे कारण था कि पिछले साल की अस्थिर बाजार स्थितियों के बाद कंपनी ने अपना 4000 करोड़ रुपये का आईपीओ रद्द कर दिया था. हालांकि फैब इंडिया को लेकर कुछ चिंताजनक स्थिति हैं क्योंकि वित्त वर्ष 2023 में रेवेन्यू 21 फीसदी बढ़कर 1668 करोड़ रुपये पर भले ही आ गया हो- कंपनी पिछले तीन साल से घाटे का ही सामना कर रही है.
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