भारत में टाटा (Tata) और रिलायंस (Reliance) जैसी कंपनियां साल दर साल ना सिर्फ अपने रेवेन्यू में इजाफा कर रही हैं बल्कि अपने शेयरहोल्डर्स को भी तगड़ा मुनाफा देती आ रही है. कोविड-19 की पहली लहर के बाद भारत की नामचीन कंपनियों ने एक बार फिर भारी रेवेन्यू जेनरेट करना शुरू कर दिया है और इसका फायदा इन कंपनियों के शेयरहोल्डर्स को भी मिल रहा है. टाटा ग़्रुप अपने शेयरहोल्डर्स को मुनाफा देने और उनकी संपत्ति को बढ़ाने के मामले में सबसे आगे है.
टाटा ग़्रुप की 28 कंपनियों ने इस साल जनवरी से अब तक अपने शेयरहोल्डर्स की संपत्ति में 6 लाख करोड़ रुपये (40 फीसदी रिटर्न) से ज़्यादा का इजाफा किया है. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर मुकेश अंबानी का रिलायंस इंडस्ट्रीज ग़्रुप आता है. इसकी 9 कंपनियों ने जनवरी से अब तक अपने शेयरहोल्डर्स को लगभग 3.8 लाख करोड़ रुपये (28 फीसदी रिटर्न) का मुनाफा दिया है. बजाज इस लिस्ट में तीसरे, अडानी ग़्रुप चौथे स्थान पर जबकि आदित्य बिड़ला और L&T पांचवे स्थान पर मौजूद है.
85 लाख है टाटा का शेयरहोल्डर बेस
RippleWave Equity Advisors के मेहुल सावला के मुताबिक, "टाटा ग्रुप ने अपने शेयरहोल्डर्स की संपत्ति में सबसे ज्यादा इजाफा किया है और ये कोई चौकाने वाली बात नहीं है. टाटा देश का ऐसा सबसे बड़ा ग़्रुप है जो अलग अलग फील्ड में काम कर रहा है. इस ग़्रुप का शेयरहोल्डर बेस 85 लाख है जो कि देश में सबसे ज्यादा है. इसलिए ये अपने शेयरहोल्डर्स के लिए मुनाफे का सौदा साबित होते आई है."
जनवरी से अब तक शेयरहोल्डर्स को मुनाफा देने के मामले में ये हैं टॉप-10 कंपनियां
- टाटा ग़्रुप, 6.6 लाख करोड़ रुपये.
- रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, 3.8 लाख करोड़ रुपये.
- बजाज, 3.5 लाख करोड़ रुपये.
- अडानी, 3.1 लाख करोड़ रुपये.
- आदित्य बिड़ला, 1.8 लाख करोड़ रुपये.
- एल एंड टी (L&T), 1.8 लाख करोड़ रुपये.
- HDFC, 1.5 लाख करोड़ रुपये.
- ICICI,1.3 लाख करोड़ रुपये.
- Bharti, 1.3 लाख करोड़ रुपये.
- Mahindra, 0.6 लाख करोड़ रुपये.
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