ई-रिटेल में अब अमेजन, अंबानी और फ्ल्पिकार्ट को टक्कर देने उतरेगा टाटा ग्रुप
अगर निवेशकों ने टाटा समूह पर भरोसा करके पैसा लगाया तो इससे इसके डिजिटल बिजनेस को बढ़ाने का मौका तो मिलेगा, कर्ज के बढ़ते बोझ से भी राहत मिलेगी.
देश में बढ़ते ई-कॉमर्स बाजार में अब टाटा ग्रुप भी अमेजन और मुकेश अंबानी को टक्कर देने की तैयारी कर रहा है. खबर है कि टाटा अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए निवेशक जुटाने की कोशिश में लग गया है. टाटा ग्रुप अपने कंज्यूमर बिजनेस को एक नई शक्ल देना चाहता है, इसलिए उसने अपने ई-कॉमर्स वेंचर में नई जांच फूंकने की तैयारी की है.
अमेजन, जियो मार्ट और फ्लिपकार्ट, तीनों से एक साथ टक्कर की तैयारी
ब्लूमबर्ग की खबर के मुताबिक टाटा समूह दुनिया भर से फाइनेंशियल और स्ट्रेटजिक इनवेस्टर्स को लाने की कोशिश में हैं. इनमें ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनियां भी शामिल हैं. टाटा, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिये ज्वैलरी, वेबरेज से लेकर रेजॉर्ट सर्विस तक मुहैया कराता है. अब ग्रुप का इरादा इसे अमेजन, फ्लिपकार्ट और मुकेश अंबानी के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के मुकाबला खड़ा करना है. रिलायंस इडस्ट्रीज के चेयरमैन अपने ई-कॉमर्स वेंचर जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए फेसबुक और गूगल समेत दुनिया भर के निवेशकों से 20 अरब डॉलर से अधिक का निवेश जुटा चुके हैं. हालांकि अपने ई-कॉमर्स बिजनेस को धार देने के लिए टाटा ग्रुप की निवेशकों से बातचीत अभी शुरुआती दौर में है.
निवेशक आए तो टाटा का कर्ज भी होगा कम
सूत्रों का कहना है अगर निवेशकों ने टाटा समूह पर भरोसा करके पैसा लगाया तो इससे इसके डिजिटल बिजनेस को बढ़ाने का मौका तो मिलेगा, कर्ज के बढ़ते बोझ से भी राहत मिलेगी. कोरोना वायरस संक्रमण ने स्टील, ऑटोमोबाइल और एयरलाइंस समेत कई कोर बिजनेस पर असर डाला है. 30 जून 2020 तक टाटा समूह पर 14 अरब डॉलर का कर्ज है. जगुआर और लैंड रोवर कार बनाने वाले टाटा ऑटोमोबाइल पर ही अकेले 6.5 अरब डॉलर का कर्ज है. टाटा के कई कंज्यूमर बिजनेस की ऑनलाइन मौजूदगी पहले से है. इनमें से तनिष्क ज्वैलरी स्टोर, टाइटन घड़ियों के शोरूम, स्टार बाजार सुपर मार्केट, ताज होटल चेन और स्टारबक्स के साथ ज्वाइंट वेंचर शामिल हैं. इन सभी एक जगह लाने के लिए समूह कोशिश में लगा है.
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