Tata Group Update: देश की सबसे बड़ी औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप (Tata Group) शेयर बाजार में लिस्टेड अपनी कंपनियों की संख्या को कम कर सकती है. कंपनियों को बड़ा आकार देने के मकसद से टाटा ये फैसला ले सकती है. मौजूदा समय में टाटा समूह की स्टॉक एक्सचेंजों ( Stock Exchanges) पर कुल 29 कंपनियां लिस्टेड है जिनकी संख्या को घटाकर 15 किया जा सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक समूह की कंपनियों के बेहतर ग्रोथ और बड़ी कंपनियां बनाकर कैश फ्लो बढ़ाने के मकसद से ये फैसला लिया जा रहा है. टाटा समूह की स्टॉक एक्सचेंज पर कुल 29 कंपनियां लिस्टेड हैं. लेकिन 60 ऐसी कंपनियां हैं जिनकी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग नहीं हुई है. 10 ऐसे सेक्टर्स हैं जिसमें 100 से ज्यादा सब्सिडियरी है. टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ( N Chadrasekaran) के नेतृत्व में समूह का पूरा फोकस कंसॉलिडेशन पर रहने वाला है. इसलिए ये फैसला लिया जा रहा है.
पिछले हफ्ते टाटा समूह ने अपनी सात स्टील कंपनियों को टाटा स्टील ( Tata Steel) में विलय करने का फैसला लिया था. इन सात में चार शेयर बाजार में पहले से लिस्टेड है. इससे पहले टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ( Tata Consumer Products) में टाटा कॉफी के विलय का फैसला लिया गया था.
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में टाटा समूह की तीन कंपनियां हैं. टीसीएस ( TCS) के अलावा टाटा एलेक्सी ( Tata Elxsi) और टाटा डिजिटल ( Tata Digital) इसमें शामिल है. टीसीएस और टाटा एलेक्सी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है पर टाटा डिजिटल की लिस्टिंग नहीं हुई है. ऑटोमोबाइल क्षेत्र में टाटा की तीन लिस्टेड कंपनियां हैं जिसमें टाटा मोटर्स के अलावा, टाटामोटिव स्टैंपिंग एंड एसेम्बलीज लिमिटेड और ऑटोमोटिव कॉर्प ऑफ गोवा शामिल है. वहीं टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स की अभी तक लिस्टिंग नहीं हुई है. एविएशन सेक्टर में एयर एशिया, विस्तारा की एयर इंडिया में 2024 तक विलय करने की योजना है.
टाटा इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कंपनियां टाटा प्रोजेक्ट्स, टाटा कंसल्टिंग इंजनियर्स, टाटा रिएल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर और टाटा हाउसिंग को मिलाकर बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी में शामिल कर सकती है. टाटा समूह के इस फैसले से हर सेक्टर में एक बड़ी कंपनी बनाई जा सकेगी जिससे प्रतिस्पर्धा करने में आसानी होगी साथ ही इससे गैरजरुरी खर्चों को घटाने में भी मदद मिलेगी.
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