Tata Sons: टाटा मोटर्स (Tata Motors) और जगुआर लैंडरोवर (Jaguar Land Rover) मिलकर देश में इलेक्ट्रिक वेहिकल बनाएंगे. इन ईवी को वर्ल्ड क्लास स्टैंडर्ड के हिसाब से बनाया जाएगा और पूरी दुनिया में भेजा जाएगा. दोनों कंपनियां अपनी-अपनी विशेष सोच को एक साथ लाकर दुनिया को बेहतरीन प्रोडक्ट देने की कोशिश करेंगी. टाटा संस (Tata Sons) के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) ने मंगलवार को कहा कि यह दोनों ब्रांड कस्टमर्स के दिलों में एक विशेष जगह बना चुके हैं. अब हम इन्हें एक साथ लाकर अनूठे ईवी प्रोडक्ट बनाने की तैयारी कर रहे हैं. हाल ही में जानकारी सामने आई थी कि जेएलआर ब्रिटेन के बाहर पहली बार प्रोडक्शन करेगी. भारत में इसकी कारें बनने से उनकी कीमत भी सस्ती हो जाएगी.


टाटा मोटर्स और जगुआर लैंडरोवर एक-एक गाड़ी तैयार करेंगी


एन चंद्रशेखरन ने ऑटोकार को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि टाटा मोटर्स और जगुआर लैंडरोवर मिलकर भारत में दो इलेक्ट्रिक वेहिकल बनाएंगे. दोनों कंपनियां एक-एक गाड़ी तैयार करेंगी. इन्हें बनाने के लिए जेएलआर के ईएमए प्लेटफॉर्म (EMA Platform) का इस्तेमाल किया जाएगा. कंपनी के साणंद प्लांट में बनाकर इन्हें एक्सपोर्ट भी किया जाएगा. उन्होंने इस बारे में ज्यादा डिटेल न बताते हुए कहा कि दोनों कंपनियों की महत्वाकांक्षाएं बड़ी हैं. अगले एक साल में टाटा मोटर्स इसके एक्सपोर्ट के बारे में और जानकारी देगी.


फोर्ड से खरीदे प्लांट में बनाई जाएंगी यह इलेक्ट्रिक कारें 


टाटा मोटर्स ने साणंद प्लांट को फोर्ड मोटर कंपनी (Ford Motor) से खरीदा था. पहली ईएमए प्लेटफॉर्म की पहली ईवी कार यहीं बन सकती है. इसका नाम अविन्या (Avinya) हो सकता है. इसे भारत समेत पूरी दुनिया में बेचा जाएगा. अविन्या का कॉन्सेप्ट मॉडल कंपनी पहले ही दिखा चुकी है. टाटा मोटर्स की सालाना रिपोर्ट में भी इन ईवी के बारे में जिक्र किया गया था. जेएलआर अब इलेक्ट्रिक फर्स्ट बिजनेस की तरफ रुख कर रही है. वह ब्रिटेन में स्थित अपने प्लांट को ईवी बनाने लायक तैयार करने में जुटी है. इसके बाद स्लोवाकिया में स्थित प्लांट में भी बदलाव किए जाएंगे. 


चंद्रशेखरन बोले- टाटा ग्रुप का फोकस अब रिन्यूएबल एनर्जी 


एन चंद्रशेखरन ने कहा कि हम कॉस्ट के बारे में टाटा मोटर्स की समझ और जेएलआर की डिजाइन स्पेशियलिटी को आपस में जोड़कर कुछ बेहतरीन प्रोडक्ट बना सकते हैं. दोनों कंपनियां अलग-अलग इतना बड़ा निवेश नहीं कर पाएंगी. टाटा मोटर्स अब तमिलनाडु में भी 9000 करोड़ रुपये के निवेश से प्लांट लगा रही है. यह टाटा मोटर्स और जेएलआर का ज्वॉइंट प्लांट होगा. इसे एक्सपोर्ट हब के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ईवी की सेल में सुस्ती लंबे समय तक नहीं रहने वाली है. पूरा टाटा ग्रुप (Tata Group) रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देने में जुटा हुआ है. 


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