Tata Motors Hike Prices: लोगों को लगेगा महंगाई का एक और झटका! टाटा मोटर्स ने बढ़ाए गाड़ियों के दाम
Tata Motors: टाटा मोटर्स ने अपनी गाड़ियों के दाम में बढ़ोतरी का कारण ज्यादा लागत को बताया है. हाल के दिनों में कई चीजों के दाम जैसे एल्युमिनियम,स्टील अन्य कमोडिटी मटेरियल्स के दाम में बढ़ोतरी हुई है.
Tata Motors Hike Prices: महंगाई की मार हर तरफ से लोगों को लग रही है. पहले पेट्रोल और डीजल खरीदना लोगों को भारी पड़ रहा था और अब उनका गाड़ी खरीदने का सपना महंगा होने वाला है.देश की बड़ी कार निर्माता कंपनी ने टाटा मोटर्स ने अपने पैसेंजर गाड़ियों (PVs) के दाम में बढ़ोतरी करने का फैसला ले लिया है. कंपनी ने यह फैसला गाड़ी को बनाने की लागत में हुई बढ़ोतरी के बाद लिया है. इससे पहले देश की बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने अपनी कारों के दाम में बढ़ोतरी की थी.
इतने प्रतिशत की बढ़ोतरी
CNBC-TV18 में छपी रिपोर्ट के अनुसार टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने अपनी गाड़ियों के दाम में करीब 1.1% की बढ़ोतरी की है. मॉडल और वेरियंट के हिसाब से गाड़ी के दामों तय किए जाएंगे. आपको बता दें कि पिछले एक महीने में टाटा मोटर्स ने अपनी गाड़ियों के दाम में यह दूसरी बार बढ़ोतरी की है. इससे पहले 22 मार्च को कंपनी ने अपने कमर्शियल गाड़ियों (Commercial Vehicles) के दाम में बढ़ोतरी की थी. यह बढ़ोतरी 2-2.5% की गई थी. यह बढ़ोतरी 1 अप्रैल 2022 से लागू भी कर दी गई है. बता दें कि पैसेंजर गाड़ियों के दाम में 1.1% की बढ़ोतरी आज से ही यानी 23 अप्रैल 2022 से ही लागू कर दी गई है.यानी आज से ही आपका कार खरीदने का सपना महंगा हो गया है.
कंपनी ने लागत बढ़ने का दिया हवाला
टाटा मोटर्स ने अपनी गाड़ियों के दाम में बढ़ोतरी का कारण ज्यादा लागत को बताया है. कंपनी का कहना है कि हाल के दिनों में कई चीजों के दाम जैसे एल्युमिनियम,स्टील और दूसरे मेटल्स और अन्य कमोडिटी मटेरियल्स के दाम में बढ़ोतरी हुई है. इससे कंपनी के लागत में भी बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में लागत में हुई बढ़ोतरी के कारण कंपनी ने पैसेंजर गाड़ियों के दाम बढ़ाने का फैसला लिया है. कंपनी के इनपुट कॉस्ट को मैनेज करने के लिए यह फैसला लिया गया है.
मारुति सुजुकी ने भी बढ़ाएं अपनी कार की कीमत
वहीं देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki India) ने 18 अप्रैल को अपनी कार के दामों में इजाफा किया था. यह इजाफा करीब 1.3% का था. मारुति सुजुकी ने भी कारों को बनाने में बढ़ती लागत का ही हवाला दिया था.
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