N Chandrasekaran Salary: देश का दिग्गज कारोबारी समूह टाटा ग्रुप (Tata Group) लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ता जा रहा है. वित्त वर्ष 2024 के अंत तक टाटा ग्रुप का मार्केट कैप 30.37 लाख करोड़ रुपये का हो चुका है. एक साल पहले तक यही आंकड़ा 20.71 लाख करोड़ रुपये था. एक वित्त वर्ष में ही टाटा ग्रुप का मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ा है. टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस (Tata Sons) का मुनाफा भी 74 फीसदी बढ़कर 49,000 करोड़ रुपये हो गया है. साथ ही टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) की सैलरी में भी 20 फीसदी उछाल आया है और अब उनको 135.32 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं. 


टाटा संस ने जारी की अपनी 106वीं सालाना रिपोर्ट


टाटा संस ने शुक्रवार को अपनी 106वीं सालाना रिपोर्ट जारी की है. इसके अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने शेयरहोल्डर्स को 34,625 करोड़ रुपये बांटे हैं. कंपनी ने लगभग दोगुना डिविडेंड पिछले वित्त वर्ष में बांटा है. वित्त वर्ष 2023 में यही आंकड़ा 16,847.79 करोड़ रुपये था. कंपनी का रेवेन्यू भी 14.64 फीसदी बढ़कर 4.76 लाख करोड़ रुपये हो गया है. एन चंद्रशेखरन को एक साल पहले तक 121.5 करोड़ रुपये सैलरी मिलती थी. अब उनकी सैलरी भी बढ़ी है और वह देश के सबसे ज्यादा कमाने वालों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं. उन्हें टाटा संस के बोर्ड में 2016 में शामिल किया गया था. कंपनी के सीएफओ सौरभ अग्रवाल (Saurabh Agrawal) को 30.35 करोड़ रुपये दिए गए हैं. 


एयरलाइन कारोबार में सुधार, तेजी से कम हो रहा घाटा  


पिछले वित्त वर्ष में एयर इंडिया (Air India), विस्तारा (Vistara), एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) और एआईएक्स कनेक्ट (AIX Connect) ने टाटा ग्रुप की तरक्की में बड़ा योगदान दिया है. एयरलाइन कारोबार से कंपनी का घाटा 15,414 करोड़ रुपये से घटकर 6,337 करोड़ रुपये रह गया है. टाटा ग्रुप की सभी एयरलाइन ने पिछले वित्त वर्ष में शानदार प्रदर्शन किया है. इस साल अब एयर इंडिया और विस्तारा का मर्जर होने जा रहा है. इससे उम्मीद लगाई जा रही है कि चालू वित्त वर्ष में इनके प्रदर्शन में और सुधार आएगा.


टाटा डिजिटल के कदम तेजी से आगे बढ़ रहे 


टाटा ग्रुप को टाटा डिजिटल (Tata Digital) के बढ़ते कारोबार से भी बहुत सपोर्ट मिला है. टाटा डिजिटल में बिगबास्केट (BigBasket), क्रोमा (Croma) और टाटा क्लिक (Tata Cliq) शामिल हैं. इन सभी कंपनियों की मर्चैंडाइस वैल्यू 37,355 करोड़ रुपये हो चुकी है. साथ ही इनके पास 2 करोड़ से ज्यादा एक्टिव कस्टमर हैं. पिछले वित्त वर्ष में टाटा ग्रुप की लगभग सभी कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है.


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