8 लाख करोड़ रुपये आंका जा रहा टाटा संस का मार्केट वैल्यू, कंपनी लॉन्च कर सकती है सबसे बड़ा आईपीओ
Tata Sons: भारतीय शेयर बाजार में एलआईसी का आईपीओ सबसे बड़ा था लेकिन टाटा संस के आईपीओ का साइज उससे बड़ा रहने का अनुमान है.
Tata Sons Listing: टाटा संस (Tata Sons) की अगले डेढ़ सालों में स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग हो सकती है. भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ टाटा संस लेकर आ सकती है और इस आईपीओ के जरिए टाटा संस बाजार से करीब 55000 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है. टाटा संस का वैल्यूएशन 8 से 11 लाख करोड़ आंका जा रहा है. बैंकिंग सेक्टर के रेग्यूलेटर भारतीय रिजर्व बैंक ने सितंबर 2022 में टाटा संस को अपर लेयर के एनबीएफसी के तौर पर घोषित किया था जिसके चलते स्टॉक एक्सचेंज पर सितंबर 2025 तक हर हाल में कंपनी को लिस्ट कराना जरूरी हो गया है.
टाटा संस के निवेश का वैल्यू 16 लाख करोड़!
मुंबई बेस्ड स्पार्क पीडब्ल्युएम प्राइवेट लिमिटेड (Spark PWM Pvt Ltd) ने टाटा संस को लेकर एक रिसर्च रिपोर्ट जारी किया है. रिसर्च एनालिस्ट विदित शाह द्वारा तैयार किए गए इस रिपोर्ट के मुताबिक टाटा समूह की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनियों में टाटा संस के इंवेस्टमेंट का मार्केट वैल्यू 16 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है. जबकि अनलिस्टेड इंवेस्टमेंट का बुक वैल्यू करीब 0.6 लाख करोड़ रुपये हो सकता है. जबकि ग्रुप के सेमीकंडक्टर और ईवी बैटरीज कारोबार में उतरने के बाद अनलिस्टेड इंवेस्टमेंट का मार्केट वैल्यू 1 - 2 लाख करोड़ रुपये हो सकता है.
रिपोर्ट के मुताबिक निवेशक होल्डिंग कंपनी की इक्विटी वैल्यू कैलकुलेट करते समय 30 से 60 फीसदी का डिस्काउंट देते हैं. 60 फीसदी का डिस्काउंट देने पर टाटा संस का वैल्यू 7.8 लाख करोड़ रुपये बनता है और अनलिस्टेड इंवेस्टमेंट्स का वैल्यू 1.6 लाख करोड़ रुपये है. रिपोर्ट के मुताबिक बाजार गोदरेज इंडस्ट्रीज और बजाज होल्डिंग्स को भी इसी रेंज में डिस्काउंट देती है. रिपोर्ट के मुताबिक टाटा संस की 80 फीसदी होल्डिंग को मॉनिटाइज नहीं किया जा सकता है इस रीस्ट्रक्चरिंग के प्रोसेस से टाटा संस की री-रेटिंग संभव है.
टीसीएस में टाटा संस की 72.4% स्टेक
टाटा संस में डोराबजी टाटा ट्रस्ट की 28 फीसदी हिस्सेदारी है. तो रतन टाटा ट्रस्ट की 24 फीसदी, दूसरे प्रमोटर्स ट्रस्ट की 14 फीसदी, स्टर्लिंग इंवेस्टमेंट कॉरपोरेशन की 9 फीसदी, साइरस इंवेस्टमेंट्स की 9 फीसदी, टाटा मोटर्स और टाटा केमिकल्स की 3 फीसदी, टाटा पावर की 2 फीसदी, इंडियन होटल्स की 1 फीसदी और दूसरी कंपनियों की 7 फीसदी हिस्सेदारी है. टाटा संस के वैल्यूएशन में बड़ा योगदान टीसीएस का है जिसमें उसकी 72.4 फीसदी होल्डिंग है.
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