Tata Sons IPO: टाटा संस के आईपीओ (Tata Sons IPO) के आने की संभावना बढ़ गई है. बैंकिंग सेक्टर के रेगुलेटर भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने टाटा संस को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग से छूट दिए जाने के टाटा समूह (Tata Group)  के अनुरोध को ठुकरा दिया है. आरबीआई के इस फैसले के चलते टाटा समूह की कंपनियों के स्टॉक में जोरदार उछाल देखने को मिला है. 


सोमवार 21 अक्टूबर, 2024 को कारोबारी सत्र में सबसे बड़ी टाटा समूह की टाटा केमिकल्स के शेयर (Tata Chemicals Share) में देखने को मिला है जिसमें दिन के ट्रेड में 14 फीसदी तक की तेजी आ गई. बाजार बंद होने पर टाटा केमिकल्स का स्टॉक 8.73 फीसदी के उछाल के साथ 1183 रुपये पर क्लोज हुआ है. टाटा इंवेस्टमेंट के शेयर (Tata Investment Stock Price) में 9 फीसदी से ज्यादा की तेजी रही. लेकिन क्लोजिंग पर स्टॉक 3.60 फीसदी चढ़कर 7059.80 रुपये पर क्लोज हुआ है. इसके अलावा तेजस नेटवर्क (Tejas Network) 11.04 फीसदी और टाटा कॉफी 3.57 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ है. 


आरबीआई के इस फैसले के बाद टाटा समूह को टाटा संस को सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट करना होगा. आरबीआई ने टाटा संस को अपर लेयर एनबीएफसी  (Upper Layer NBFC)  के तौर पर क्लासीफाई किया है. ऐसी सभी कंपनियां जिसे आरबीआई ने अपर लेयर एनबीएफसी मानती है उन कंपनियों को सितंबर 2025 तक एक्सचेंज पर लिस्ट कराना होगा. टाटा संस पर 20,270 करोड़ रुपये का कर्ज है. अगर वो उसे कम कर 100 करोड़ रुपये के नीचे ले आती है तो उसे अपर लेयर एनबीएफसी  के दायरे से बाहर लाया जा सकता है. 


एक अनुमान के मुताबिक टाटा संस का वैल्यू 11 लाख करोड़ रुपये के करीब होने की उम्मीद है. और कंपनी 5 फीसदी भी आईपीओ में हिस्सा बेचती है तो आईपीओ का साइज 55000 करोड़ रुपये रह सकता है जो कि हुंडई मोटर इंडिया के 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ के साइज से भी बड़ा हो सकता है. 


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