Tata Sons: रतन टाटा की सिफारिश के बाद अगले पांच साल और एन चंद्रशेखरन बने रहेंगे टाटा संस के चेयरमैन, बोर्ड ने दी मंजूरी
Tata Sons: टाटा संस के बोर्ड ने चेयरमैन एन चंद्रशेखरन का कार्यकाल 5 साल के लिए बढ़ाने का फैसला किया है. बोर्ड की बैठक में विशेष तौर पर रतन टाटा को आमंत्रित किया गया था.
Tata Sons: टाटा संस के बोर्ड ने चेयरमैन एन चंद्रशेखरन का कार्यकाल 5 साल के लिए बढ़ाने का फैसला किया है. बोर्ड की बैठक में विशेष तौर पर रतन टाटा को आमंत्रित किया गया था. उन्होंने एन चंद्रशेखरन के नेतृत्व में टाटा समूह की प्रगति और प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया. रतन टाटा के सिफारिश पर उनके कार्यकाल को और पांच साल के लिए बढ़ा दिया गया.
टाटा संस ने आधिकारिक बयान में कहा, बोर्ड के सदस्यों ने कार्यकारी अध्यक्ष के प्रदर्शन की सराहना की और सर्वसम्मति से एन चंद्रशेखरन की अगले पांच वर्षों के लिए कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी. बतौर चेयरमैन चंद्रशेखरन का मौजूदा कार्यकाल इस महीने समाप्त होने वाला था. चंद्रशेखरन ने कहा, "पिछले पांच वर्षों से टाटा समूह का नेतृत्व करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है और मैं अगले पांच वर्षों में टाटा समूह का नेतृत्व करने का अवसर पाकर खुश हूं.
एन चंद्रशेखरन ने 2017 में टाटा संस की बागडोर संभाली. ऐसे समय में टाटा संस के चेयरमैन बने जब अपने पूर्ववर्ती साइरस मिस्त्री को बोर्ड द्वारा बाहर किए जाने के बाद नेतृत्व संकट और विश्वास की कमी का सामना करना पड़ा था. तब एन चंद्रशेखरन टाटा की कंपनी टीसीएस का नेतृत्व कर रहे थे. टाटा संस के अध्यक्ष और सीईओ के रूप में चंद्रा के कार्यकाल का एक बड़ा हिस्सा साइरस मिस्त्री के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने में व्यतीत हुआ. टाटा ब्रांड को और मजबूत बनाने में वे कामयाब रहे.
अपने पहले कार्यकाल के अंतिम दिनों में एयर इंडिया की बोली जीत एन चंद्रशेखरन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक थी, इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में साइरस मिस्त्री के खिलाफ जीत भी उनके कार्यकाल में हासिल हुई.
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