Tata Steel Layoffs: अब टाटा स्टील के दरवाजे पर छंटनी ने दी दस्तक, जाने वाली है 3 हजार लोगों की नौकरियां
Tata Steel Job Cut: टाटा स्टील विभिन्न चुनौतियों के चलते अपने दो ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने जा रही है. कंपनी के इस फैसले से 3 हजार कामगार प्रभावित होंगे...
प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों के बीच छंटनी की मार तेज होती जा रही है. नए साल में भी छंटनी तेजी से जारी है और कई नामी कंपनियां लिस्ट में जुड़ चुकी हैं. अभी तक टेक जगत में छाए छंटनी के बादल अब दूसरे सेक्टर तक भी पहुंचने लगे हैं. ताजा मामले में भारतीय स्टील कंपनी टाटा स्टील ने छंटनी करने का ऐलान किया है.
बंद कर रही है दो ब्लास्ट फर्नेस
टाटा स्टील यह छंटनी अपनी यूके यूनिट में करने वाली है. एपी की एक रिपार्ट के अनुसार, टाटा स्टील अपने पोर्ट टालबोट स्टीलवर्क्स यूनिट में दो ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने जा रही है. यह यूनिट ब्रिटेन के वेल्स में स्थित है. दो ब्लास्ट फर्नेस के बंद होने से कंपनी के करीब 3 हजार कर्मचारी प्रभावित होंगे. सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में उन 3 हजार कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है.
आज हो सकता है ऐलान
हालांकि अभी कंपनी ने इसकी पुष्टि नहीं की है. आधिकारिक तौर पर छंटनी के बारे में न तो कंपनी ने कोई जानकारी दी है, न ही वर्कर्स यूनियन का कोई आधिकारिक बयान सामने आया है. वहीं एपी का दावा है कि टाटा स्टील अपने दो ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने का ऐलान शुक्रवार को करेगी. उसके साथ-साथ कंपनी ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों के बारे में भी जानकारी देगी.
परिचालन में आ रही थी दिक्कत
टाटा स्टील ने दो ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने का निर्णय लेने से पहले वर्कर्स यूनियन के साथ बैठक भी की. दरअसल कंपनी को ग्रीनर मेटल प्रोडक्शन के ऑपरेशन को फाइनेंस करने में मुश्किलें आ रही हैं. इस यूनिट में काम कर रहे कामगारों के ऊपर छंटनी की तलवार लंबे समय से लटक रही थी, लेकिन अब तक उनकी नौकरियों को बचाना संभव हो पाया था.
सरकार से मिल रहा था सपोर्ट
पोर्ट टालबोट स्टीलवर्क्स ब्रिटेन की सबसे बड़ी स्टील प्रोडक्शन यूनिट है. इसके परिचालन का बनाए रखने और कर्मचारियों को छंटनी की मार से बचाए रखने के लिए ब्रिटेन की सरकार की ओर से वित्तीय मदद मुहैया कराई जा रही थी. सरकार ने पिछले साल के अंत में यूनिट को 500 मिलियन पाउंड यानी करीब 5,300 करोड़ रुपये की मदद की थी. हालांकि तब सरकार ने भी आशंका जताई थी कि 3000 लोगों की नौकरियों पर खतरा बरकरार है.
ये भी पढ़ें: शहरों में तेजी से बढ़ रहे प्रॉपर्टी के दाम, पिछले एक साल में कीमतों ने लगाई 19 फीसदी की छलांग