भारत की कंपनी टाटा स्टील और ब्रिटेन की सरकार के बीच एक बड़ी डील हुई है. ​यूके के पीएम ऋषि सुनक ने इस डील के तहत £1.25 बिलियन के निवेश पैकेज का एलान किया है. यह डील पोर्ट टैलबोट प्लांट में कोयला बेस्ड इस्पात विनिर्माण को कम उत्सर्जन वाले इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस में बदलने के लिए हुआ है.  


यूके के प्रधानमंत्री ​ऋषि सुनक ने कहा कि इस डील से हजारों ब्रिटिश नौकरियां बच जाएंगी और वेल्स में इस्पाल इंडस्ट्री का फ्यूचर सिक्योर होगा. उन्होंने कहा कि यूके स्टील के लिए आज एक बड़ा दिन है, उन्होंने कहा कि टाटा स्टील के साथ £1 बिलियन निवेश पर सहमति व्यक्त की है. 


जॉब्स के साथ बढ़ेगा उत्पादन 


ब्रिटेन पीएम ने कहा कि यह डील न सिर्फ नौकरियों को बचाएगी, बल्कि उत्पादन को भी आधुनिक बनाएगी. साथ ही इससे अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा. गौर करने वाली बात है कि यूके की इकोनोमी दुनिया में 8वें स्थान पर है और विनि​र्माण क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ने का प्रयास कर रहा है.  


ब्रिटेन के लिए ऐतिहासिक पल? 


ब्रिटेन के वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने कहा कि टाटा स्टील यूके के साथ यह £1.25 बिलियन का संयुक्त निवेश हमारे विनिर्माण क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. 


दोनों के बीच क्या हुआ करार 


सौदे की शर्तों के अनुसार, जहां यूके सरकार £500 मिलियन तक अनुदान देगी, वहीं टाटा स्टील अगले चार वर्षों में पोर्ट टैलबोट में बनने वाली स्टील विनिर्माण सुविधा में अपने आंतरिक संसाधनों से लगभग £700 मिलियन का निवेश करेगी. कंपनी टैलबोट में 3 मिलियन टन का ईएएफ स्थापित करने की योजना बना रही है.


गौरतलब है कि पोर्ट टैलबोट स्टीलवर्क्स यूके का सबसे बड़ा कार्बन उत्सर्जक है और सरकार गंदे ब्लास्ट फर्नेस को बदलने पर विचार कर रही है.


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