Tata Technologies IPO: शेयर बाजार के रेग्यूलेटर सेबी ने टाटा टेक्नोलॉजीज को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. सेबी के अप्रूवल के साथ ही दो दशक के बाद टाटा समूह की किसी कंपनी के लिए आईपीओ लाने का रास्ता तैयार हो गया है. टाटा टाटा टेक्नोलॉजीज ने मार्च 2023 में सेबी के पास आईपीओ लाने के लिए ड्रॉफ्ट पेपर दाखिल किया था. 


टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ में सभी शेयर्स ऑफर फॉर सेल के जरिए बेचा जाएगा. यानि कंपनी के प्रमोटर टाटा मोटर्स आईपीओ के जरिए अपनी हिस्सेदारी बेचेगी. यानि मौजूदा निवेशक 9.57 करोड़ शेयर्स आईपीओ में बेचेंगे जो कि 23.60 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है. टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ में नए शेयर्स नहीं जारी किए जायेंगे. टाटा टेक्नोलॉजीज में टाटा मोटर्स की 74.42 फीसदी हिस्सेदारी है.टाटा मोटर्स की सब्सिडियरी कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज ने 9 मार्च 2023 को आईपीओ लाने के लिए सेबी के पास ड्रॉफ्ट पेपर दाखिल किया था. 


टाटा कैपिटल एडवाइजर्स द्वारा मैनेज किए जाने वाले सिंगापुर बेस्ड इंवेस्टमेंट अल्फा टीसी होल्डिंग्स पीटीई लिमिटेड के पास कंपनी में 8.96 फीसदी हिस्सेदारी है. टाटा कैपिटल ग्रोथ के पास 4.48 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा टाटा मोटर्स फाइनैंस, टाटा इंटरप्राइजेज ओवरसीज, रतन टाटा और एस रामादोराई के पास भी कंपनी के शेयर्स मौजूद हैं. 


टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ के जरिए बाजार से करीब 4,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है. साथ ही कंपनी प्री-आईपीओ प्लेसमेंट नहीं करने जा रही है. टाटा समूह लंबे वक्त से बाजार में कोई आईपीओ लेकर नहीं आई है. टाटा टेक्नोलॉजीज आईपीओ लॉन्च करेगी लेकिन इससे पूर्व 19 साल पहले 2004 में टाटा समूह आईटी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी टीसीएस का आईपीओ लेकर आई थी. 


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इंजीनियरिंग डिजाइन और टेक्नोलॉजी सर्विसेज से जुड़ी टाटा टेक्नोलॉजीज की स्थापना 1989 में हुई थी. कंपनी ऑटोमोटिव, एरोस्पेस, इंडस्ट्रियल मशीनरी से जुड़े स्पेस में मौजूद है. कंपनी के यूरोप, नार्थ अमेरिका और एशिया-पैसेफिक में कुल 9300 एम्पलॉयज हैं. टाटा टेक्नोलॉजीज के वित्तीय नतीजों को देखें तो कंपनी का रेवेन्यू 2021-22 में 3529.6 करोड़ रुपये रहा था. जिसपर 645.6 करोड़ रुपये का ऑपरेटिव प्रॉफिट और 437 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.