(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Tata Technologies IPO: कब खत्म हो रहा है टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ का इंतजार? जानें GMP से लेकर अन्य डिटेल्स
Tata Technologies IPO: अगर आप भी टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ में पैसे लगाने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको आईपीओ के डिटेल्स के बारे में बता रहे हैं.
Tata Technologies IPO: देश की प्रतिष्ठित कंपनियों की लिस्ट में शामिल टाटा ग्रुप (Tata Group) का आईपीओ 19 साल बाद आने वाला है. बाजार नियामक सेबी (SEBI) से टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ (Tata Technologies IPO) को एक महीना पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. सेबी से इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (Initial Public Offering) के लिए अप्रूवल मिलने के बाद से ही निवेशकों के बीच में इसे लेकर काफी उत्सुकता का माहौल है. कई मार्केट एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि आईपीओ को सेबी से अप्रूवल मिलने के बाद कंपनी इसके लॉन्च डेट के बारे में एक से दो महीने तक का वक्त ले सकती है. इसके बाद ही वह आईपीओ के प्राइस बैंड का ऐलान करेगी.
क्या हो सकता है प्राइस बैंड?
गौरतलब है कि टाटा ग्रुप (Tata Group) पूरे 19 साल के बाद टाटा टेक्नोलॉजीज के जरिए अपना आईपीओ लाने वाली है. मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह आईपीओ 100 रुपये के GMP (Tata Technologies IPO GMP) पर कारोबार कर रहा है. मनी कंट्रोल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी इस आईपीओ का प्राइस बैंड 280 से 320 के बीच तय कर सकती है.
टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ के डिटेल्स जानें
टाटा टेक्नोलॉजीज द्वारा जमा कराए गए पेपर्स के मुताबिक, कंपनी का यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (Offer For Sale) होगा यानी कंपनी के प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी इस आईपीओ के जरिए बेचने वाले हैं. इस आईपीओ में कंपनी ने कुल 9.57 करोड़ इक्विटी शेयर की बिक्री की जाएगी, जो कंपनी के की कुल 23.60 फीसदी हिस्सा है. इस कंपनी में टाटा मोटर्स की कुल 74.69 हिस्सेदारी है. वहीं अल्फा टीसी होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड की 7.26 फीसदी और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड की 3.63 फीसदी की हिस्सेदारी है.
क्या करती है कंपनी
टाटा टेक्नोलॉजीज टाटा मोटर्स (Tata Motors) की एक सहायक कंपनी है जो इंजीनियरिंग सी सर्विसेज प्रदान करता है. यह एयरोस्पेस, ऑटो, इंडस्ट्री हैवी मशीनरी के लिए सर्विसेज प्रदान करती है. इस कंपनी का कारोबार विश्व के कई देशों तक पहुंच चुका है और इसके दुनिया भर में 9300 से अधिक कर्मचारी है. भारत समेत यूरोप, अमेरिका में कंपनी का कारोबार फैला हुआ है.
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