Tata Technologies IPO: कब आ रहा है टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ? जानें जीएमपी की डिटेल्स
Tata Technologies IPO: पूरे 20 साल के अंतराल के बाद टाटा ग्रुप का आईपीओ मार्केट में आने वाला है. हम आपको इसके प्राइस बैंड और जीएमपी से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं.
Tata Technologies IPO: टाटा ग्रुप पूरे 20 साल के बाद अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लेकर आ रहा है. बाजार नियामक सेबी ने टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) को अपना आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी थी. ऐसे में निवेशकों के बीच में अभी से ही टाटा के आईपीओ (Tata Technologies IPO) के लिए अभी से ही दिलचस्पी दिख रही है. मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक फिलहाल कंपनी के आईपीओ को मार्केट में आने में 30 से 45 दिन का वक्त लगेगा. सभी प्रक्रिया को पूरी करने के बाद ही टाटा टेक्नोलॉजीज आईपीओ का प्राइस बैंड तय करेगी.
क्या है टाटा टेक्नोलॉजीज आईपीओ का जीएमपी?
अनलिस्टेड मार्केट में टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ अभी से ही धूम मचा रहा है. फिलहाल यह ग्रेट मार्केट में 84 रुपये प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है. वहीं हफ्ते से तुलना करें तो इसमें 16 रुपये प्रति शेयर की गिरावट दर्ज की गई है. पिछले हफ्ते यह 100 रुपये जीएमपी पर कारोबार कर रहा था.
कब तक आ सकता है कंपनी का आईपीओ?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कंपनी का आईपीओ आने में 30 से 45 दिन का वक्त लग सकता है. सबसे पहले कंपनी को आईपीओ से जुड़ी सभी औपचारिकताओं को पूरा करना होगा. इसके बाद इसका प्राइस बैंड तय होगा. ऐसे में आईपीओ मार्केट में अगस्त के आखिरी या सितंबर में आएगा.
ऑफर फॉर सेल के जरिए बेचें जाएंगे शेयर
बाजार नियामक सेबी के पास टाटा टेक्नोलॉजीज ने 9 मार्च 2023 को पेपर्स जमा कराएं थे. यह पूरा आईपीओ ऑफर फॉर सेल (Offer for Sale) के जरिए लाया जा रहा है. ऐसे में कंपनी के प्रमोटर और शेयरधारक 9 करोड़ से ज्यादा शेयरों की बिक्री करेंगे. जो प्रमोटर कंपनी के शेयर बेचने वाले हैं वह हैं टाटा मोटर्स (Tata Motors), अल्फा टीसी होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड और टाटा कैपिटल्स शामिल हैं. बता दें कि टाटा मोटर्स के पास कंपनी की कुल 74.69 फीसदी हिस्सेदारी है.
वहीं अल्फा टीसी होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड के पास 7.26 फीसदी और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड की 3.63 फीसदी की हिस्सेदारी है. कंपनी टाटा मोटर्स की एक सहायक कंपनी है जो इंजीनियरिंग संबंधित सर्विस प्रदान करती है. इसके अलावा यह ऑटो, एयरोस्पेस, मशनरी जैसे प्रोडक्ट्स का भी निर्माण करती है. इसका भारत, अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में कारोबार फैला है और इसके कुल 9,400 से अधिक कर्मचारी हैं.
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