मुंबई: टाटा समूह एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया के सफल बोलीदाता के रूप में उभरा है, जिसने राष्ट्रीय एयरलाइन के लिए उद्यम मूल्य के रूप में 18,000 करोड़ रुपये की विजयी बोली लगाई है. टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी, टाटा संस ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से बोली प्रस्तुत की और अधिग्रहण के बाद, टाटा की एयर इंडिया (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में परिचालन करने वाली एक पूर्ण-सेवा एयरलाइन) में 100% हिस्सेदारी होगी और साथ ही इसकी सहायक एयर इंडिया एक्सप्रेस (एक कम लागत वाली वाहक एयरलाइन जिसका फोकस विशेष रूप से मिडिल ईस्ट मार्केट है ) में भी 100% हिस्सेदारी होगी. संयुक्त उद्यम एयर इंडिया एसएटीएस (जमीन पर हवाई अड्डे की सेवाएं और कार्गो हैंडलिंग) में 50% हिस्सेदारी होगी. एयर इंडिया और AIXL में कुल 13,500 स्थायी और संविदा कर्मचारी हैं.


टाटा ट्रस्ट के चेयरमेन रतन टाटा ने एक बयान में कहा, ‘‘टाटा समूह का एयर इंडिया के लिए बोली जीतना बड़ी खबर है.’’ उन्होंने यह स्वीकार किया कि कर्ज में डूबी एयर इंडिया को पटरी पर लाने के लिए काफी प्रयास की जरूरत होगी, लेकिन यह जरूर है कि टाटा समूह के एविएशन इंडस्ट्री में मौजूदगी को यह मजबूत बाजार अवसर उपलब्ध कराएगी.’’


रत्न टाटा ने कहा, “जेआरडी टाटा के नेतृत्व में एअर इंडिया ने, एक समय में, दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित एयरलाइनों में से एक होने का सम्मान हासिल किया था.” उन्होंने कहा कि टाटा को उस छवि और प्रतिष्ठा को फिर से हासिल करने का अवसर मिलेगा जो उसने पूर्व में हासिल की थी. टाटा ने कहा, ‘‘ जे आर डी टाटा अगर आज हमारे बीच होते तो बहुत खुश होते.’’ उन्होंने निजी क्षेत्र के लिए चुनिंदा उद्योगों को खोलने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया.


एन चंद्रशेखरन, चेयरमैन, टाटा संस प्रा. लिमिटेड ने कहा, "टाटा समूह में, हमें एयर इंडिया के लिए बोली के विजेता के रूप में घोषित होने की खुशी है. यह एक ऐतिहासिक क्षण है और हमारे समूह के लिए देश की ध्वजवाहक एयरलाइन का स्वामित्व और संचालन करना एक दुर्लभ विशेषाधिकार होगा. हमारा प्रयास होगा कि हम एक विश्व स्तरीय एयरलाइन का निर्माण करें जो प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित करे.” एयर इंडिया के पास 117 वाइड-बॉडी और नैरो बॉडी एयरक्राफ्ट का बेड़ा है और AIXL के पास 24 नैरो बॉडी एयरक्राफ्ट का बेड़ा है. इन विमानों की एक बड़ी संख्या एयर इंडिया के स्वामित्व में है.