टाटा समूह उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में मंदिरों का संग्रहालय (म्यूजियम ऑफ टेंपल्स) बनाने जा रहा है. यह म्यूजियम 650 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा. इसके प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल ने मंगलवार को मंजूरी दे दी.


राज्य सरकार देगी 1 रुपये में जमीन


उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि टाटा समूह को म्यूजियम ऑफ टेंपल्स के लिए 1 रुपये के टोकन अमाउंट पर 90 सालों के लिए जमीन लीज पर दी जाएगी. यह संग्रहालय अत्याधुनिक होगा और उसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा. म्यूजियम में भारत के प्रसिद्ध मंदिरों के स्थापत्य व इतिहास की जानकारियां प्रदर्शित की जाएंगी.


सीएसआर के जरिए होगा टाटा का निवेश


टाटा समूह यह म्यूजियम अपनी ओर से बनाने जा रहा है. मंदिरों के इस संग्रहालय को बनाने पर टाटा समूह 650 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. यह निवेश सीएसआर यानी कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के तहत किया जाएगा. राज्य सरकार ने बताया कि टाटा समूह ने अयोध्या में इस संग्रहालय को बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के मार्फत भेजा था.


प्रधानमंत्री को पसंद आया था प्रस्ताव


इस संग्रहालय के बारे में सबसे पहली बार पिछले साल प्रस्ताव सामने आया था. उसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत वरिष्ठ अधिकारियों को विस्तार से परियोजना के बारे में बताया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पहले ही इस परियोजना से अवगत कराया जा चुका था. मंदिरों के संग्रहालय के इस प्रस्ताव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत पसंद किया था.


अन्य विकास कार्यों पर 100 करोड़ निवेश


प्रस्तावित संग्रहालय में एक लाइट-एंड-साउंड शो की भी व्यवस्था बनाई जाएगी. टाटा समूह को इसके अलावा अयोध्या शहर में अन्य विकास कार्यों के लिए भी राज्य सरकार ने मंजूरी प्रदान की. शहर में अन्य विकास कार्यों पर टाटा समूह के द्वारा 100 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश किया जाएगा.


उत्तर प्रदेश का अयोध्या शहर धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है. इस साल की शुरुआत में रात मंदिर के उदघाटन के बाद शहर में पर्यटकों की संख्या बढ़ी हुई है.


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