नई दिल्लीः टाटा समूह की सबसे महत्वपूर्ण कंपनियों में से एक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की असाधारण आम बैठक (ईजीएम) आज चल रही है. टीसीएस के निदेशक पद से साइरस मिस्त्री को हटाने के लिए बैठक में प्रस्ताव की मंजूरी दी जाएगी. टीसीएस ने चेयरमैन पद पर पहले ही साइरस को हटाकर इशत हुसैन की नियुक्ति कर दी है. टीसीएस टाटा संस के रेवेन्यू और मुनाफे में सबसे बड़ा योगदान देता है.


गौरतलब है कि सोमवार को साइरस मिस्त्री को शेयरधारकों के मतदान के बाद टाटा इंडस्ट्रीज के निदेशक पद से भी हटा दिया गया. टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाये जाने के बाद यह पहला मौका था जब उन्हें निदेशक मंडल से हटाया गया. मिस्त्री को नमक से लेकर साफ्टवेयर तक बनाने वाली 103 अरब डालर की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के चेयरमैन पद से इस साल 24 अक्तूबर को हटा दिया गया. उसके बाद से अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने अपनी स्थिति मजबूत करने के इरादे से प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों से मिस्त्री को हटाने के लिये कदम उठाया है. पूरे दिसंबर में टाटा समूह की सूचीबद्ध कंपनियों की ईजीएम प्रस्तावित है जिसमें मिस्त्री को संबंधित कंपनियों के निदेशक मंडल से हटाने के टाटा संस के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा.


टाटा ग्रुप की अनलिस्टेड फर्म टाटा टेलीसर्विसेज ने 14 दिसंबर को शेयरहोल्डर्स की बैठक बुलाई है. 26 दिसंबर तक 6 अन्य कंपनियों के ईजीएम होने हैं, जिनमें समूह की कंपनियों में मिस्त्री की किस्मत का फैसला होगा. इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड की 20 दिसंबर को, टाटा स्टील की 21 दिसंबर को, टाटा मोटर्स की 22 दिसंबर को, टाटा केमिकल्स की 23 दिसंबर को और टाटा पावर की 26 दिसंबर को बैठक बुलाई गई है. बैठक सुबह 10.30 बजे शुरु हो चुकी है और इस मीटिंग में क्या हुआ इसकी अभी कोई घोषणा नहीं की गई है.


टाटा समूह की सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली सॉफ्टवेयर विकास क्षेत्र की कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसिज (टीसीएस) की ईजीएम से पहले टीसीएस के चेयरमैन पद से सारइस मिस्त्री को हटाया जा चुका है. आज बैठक में उन्हें इसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से हटाने के प्रस्ताव पर फैसला किया जाना है. टीसीएस में भी प्रवर्तक समूह (टाटा संस) की 73.26 प्रतिशत हिस्सेदारी है. सूत्रों की मानें तो टीसीएस की ईजीएम में मिस्त्री के कुछ समर्थक उनके पक्ष में आवाज उठा सकते हैं पर प्रमोटरों के बहुमत को देखते हुये मिस्त्री की अपीलों का टिकना कठिन होगा.


साइरस मिस्त्री की पारिवारिक कंपनी शापूरजी ग्रुप की टाटा संस में 18 फीसदी हिस्सेदारी है लेकिन टाटा ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक शापूरजी ग्रुप के साथ ऐसा कोई समझौता नहीं है कि होल्डिंग कंपनी के निदेशक मंडल में उन्हें कोई प्रतिनिधित्व दिया जायेगा. टाटा संस में टाटा घराने के ट्रस्ट्स की हिस्सेदारी 65.29 फीसदी है. टाटा ग्रुप की एक और कंपनी टाटा टेलिसर्विसिज (महाराष्ट्र) की ईजीएम 14 दिसंबर को है. इस कंपनी में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 65.29 फीसदी है. कंपनी की इस बैठक में भी मिस्त्री को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से हटाने का प्रस्ताव लाया जायेगा. टाटा संस ने 10 नवंबर को मिस्त्री को टीसीएस के चेयरमैन पद से हटाकर उनकी जगह इशात हुसैन को चेयरमैन नियुक्त कर दिया था.


टीसीएस ने 17 नवंबर को कहा था कि कंपनी की प्रमुख अंशधारक टाटा संस के विशेष नोटिस पर उसने ईजीएम का फैसला किया है. टीसीएस की इस ईजीएम को रतन टाटा व मिस्त्री खेमे के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. टाटा संस ने 24 अक्तूबर को मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटा दिया था और रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन नियुक्त कर दिया गया था. इसके बाद से ही रतन टाटा व मिस्त्री खेमे में खींचतान चल रही है. इस बीच टाटा इंडस्ट्रीज के शेयरधारकों ने सोमवार को साइरस मिस्त्री को कंपनी के निदेशक व चेयरमैन पद से हटा दिया.