TCS Penalty: टीसीएस को करारा झटका, अमेरिकी कोर्ट ने लगाया 1,622 करोड़ का जुर्माना
Penalty on TCS: टीसीएस भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है और अमेरिका उसके सबसे प्रमुख बाजारों में एक है. उसके ऊपर एक कंपनी ने ट्रेड सीक्रेट के दुरुपयोग का आरोप लगाया था...
सबसे बड़ी भारतीय आईटी कंपनी टीसीएस को अमेरिका में करारा झटका लगा है. एक अमेरिकी अदालत ने टाटा समूह की आईटी कंपनी के ऊपर अरबों डॉलर का जुर्माना लगाया है. कंपनी ने खुद इसकी जानकारी दी.
टीसीएस पर लगा ये आरोप
टीसीएस ने शुक्रवार को बताया कि डलास डिवीजन के नॉदर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ टेक्सास के यूनाइटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने उसके ऊपर 194 मिलियन डॉलर से ज्यादा का जुर्माना लगाया है. यह जुर्माना ट्रेड सीक्रेट का दुरुपयोग करने के आरोप के कारण लगाया गया है. टीसीएस के ऊपर कंप्यूटर साइंस कॉरपोरेशन (सीएससी) ने ट्रेड सीक्रेट के दुरुपयोग का आरोप लगाया था. सीएससी को अब डीएक्ससी टेक्नोलॉजी कंपनी के नाम से जाना जाता है.
इस तरह से लगा जुर्माना
टीसीएस के द्वारा शेयर बाजारों को दी गई जानकारी के अनुसार, उसके ऊपर 194.2 मिलियन डॉलर से ज्यादा का जो जुर्माना लगा है, उसमें 56.15 करोड़ डॉलर के कम्पनसेटरी डैमेज, 11.23 करोड़ डॉलर के एक्जेम्पलरी डैमेज और 2.58 करोड़ डॉलर के प्रीजजमेंट इंटरेस्ट शामिल हैं. भारतीय करेंसी में जुर्माने की टोटल रकम लगभग 1,622 करोड़ रुपये हो जाती है.
टीसीएस आदेश को देगी चुनौती
हालांकि भारतीय आईटी कंपनी का कहना है कि उसके पास कोर्ट के फैसले को चुनौती देने का मजबूत आधार है. टीसीएस ने बताया कि वह डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के फैसले को उचित अदालत में चुनौती देने वाली है और समीक्षा याचिका दायर करने वाली है. टीसीएस ने बताया कि उसे कोर्ट का संबंधित आदेश 14 जून 2024 को प्राप्त हुआ है.
इस तैयारी में जुट गई टीसीएस
टीसीएस को लगता है कि कोर्ट के भारी-भरकम जुर्माने के इस फैसले का उसके ऊपर कोई खास वित्तीय असर नहीं होने वाला है. कंपनी अपने हितों की रक्षा करने और कोर्ट के इस आदेश से उत्पन्न कानूनी चुनौतियों का सामना करने के लिए जरूरी कदम उठाने की तैयारी कर रही है. टीसीएस को उम्मीद है कि समीक्षा याचिका और चुनौती के बाद फैसला उसके पक्ष में आने वाला है.
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