Share Buyback on 25 November: देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने शेयर बायबैक करने का फैसला किया था और ब इसके लिए तारीख का भी ऐलान कर दिया है. टीसीएस ने शेयर बायबैक प्लान के लिए 25 नवंबर की तारीख तय की है. स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में टीसीएस ने बताया कि बायबैक प्लान में 17 हजार करोड़ रुपये के शेयर लोगों से खरीदे जाएंगे. कंपनी ने एक इक्विटी शेयर की कीमत 4150 रुपये तय की है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर कंपनी का शेयर बुधवार को 3399 रुपये पर बंद हुआ. टीसीएस का मार्केट कैपिटलाइजेशन 13 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. कंपनी में लगभग 6 लाख कर्मचारी हैं.
पांचवीं बार होगा टीसीएस का बायबैक
पिछले 6 साल में कंपनी पांचवीं बार बायबैक प्लान लाई है. इससे पहले जनवरी 2022 में टीसीएस ने 18 हजार करोड़ रुपये के शेयर बायबैक किए थे. साल 2023 में कंपनी के शेयरों का मूल्य लगभग 11 फीसदी बढ़ चुका है. यदि कोई कंपनी अपना शेयर बाजार से वापस खरीदती है तो उसे बायबैक कहा जाता है. इसके जरिए कंपनी अपने शेयर की मार्केट वैल्यू बढ़ाना चाहती है. कंपनी ने पिछले महीने ऐलान किया था कि वह मार्केट से लगभग 4 करोड़ इक्विटी शेयर बायबैक करेगी. टीसीएस को वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 11,432 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है.
क्या फायदा होता है बायबैक का
शेयर बायबैक एक रणनीतिक फैसला होता है. इसके चलते कंपनी बाजार में संदेश देती है कि उसकी वित्तीय स्थिति मजबूत है. बायबैक के चलते बाजार में मौजूद कंपनी के शेयरों की संख्या कम हो जाती है और स्टॉक का मूल्य बढ़ जाता है. इसके चलते निवेशकों का भरोसा कंपनी में बढ़ता है. साथ ही उन्हें मोटी कमाई भी होती है. शेयरहोल्डर अपने सारे या कुछ शेयर इस बायबैक में बेच सकते हैं. वे कंपनी की आर्थिक स्थिति के लिए भी निश्चिंत हो जाते हैं. साथ ही बायबैक के फैसलों के बाद अक्सर देखा गया है कि कंपनी के शेयरों की कीमत में उछाल आता है. टीसीएस का यह फैसला सुस्त चल रहे आईटी सेक्टर को भी नई ऊर्जा दे सकता है.
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